गोदावरी नदी बनी लकडी़ तस्करों की मददगार
बीजापुर।
भोपालपटनम रेंज में भद्राकाली में गोदावरी नदी से वन अमले ने मंगलवार की रात करीब 10 बजे सागौन के 53 लट्ठें बरामद किए। ये गोले तेलंगाना के दम्मूर और तारूर घाट से पार कर लाए गए थे।
इनकी कीमत करीब 7 लाख रूपए आंकी गई है। तीन दिनों में वन अमले ने 20 लाख रूपए की लकड़ी बरामद की है।
भोपालपटनम रेंजर कोटेश्वर राव चापड़ी के मुताबिक 4 दिसंबर की रात करीब 10 बजे उनकी टीम भद्राकाली घाट से नीचे उतर गई थी। दो दिन पहले तिमेड़ में करीब 12 लाख रूपए की लकड़ी पकड़े जाने के बाद तस्करों के भद्रकाली के आसपास सक्रिय होने का अंदेशा था।
इसी अंदेशे को देखते टीम भद्राकाली घाट में गई थी। वहां रात करीब 10 बजे वनकर्मियों ने हलचल देखी। पास जाकर देखा तो सागौन के गोले गोदावरी में तेलंगाना के दम्मूर-तारूर घाट से लाए गए थे।
इन्हें गोदावरी में डालने की तैयारी की जा रही थी। वहां 13 बैलगाडिय़ां भी खड़ी थीं। रेंजर कोटेश्वर चापड़ी ने बताया कि वन अमले ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी और लट्टों को बाहर निकाला।
रेंजर के मुताबिक वन माफिया घाट पर लकड़ी लाकर छोड़ देते हैं और तब ही इनका सौदा हो जाता है। इस वजह से घाट पर नजर रखी जा रही है।
बताया गया है कि डीएफ ओएन गुरूनाथन के मार्गदर्शन में कार्रवाई लगातार की जा रही है। एसडीओ अशोक पटेल पूरी कार्रवाई पर नियंत्रण कर रहे हैं।
खबर है कि महाराष्ट्र के पेनवाया घाट से इंद्रावती की धारा से भी अटुकपल्ली तक लकड़ी भेजी जाती है। फिर इसे तेलंगाना भेजा जाता है।
मंगलवार की रात हुई कार्रवाई में रेंजर केआर चापड़ी के अलावा वनपाल मोहन सिंह, शैलेष एट्टी, जव्वा, यादव एवं अन्य कर्मी शामिल थे। दो बड़ी कार्रवाइयों के लिए डीएफओ एन गुरूनाथन ने वन अमले को बधाई दी है।