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बाल दिवस पर डोंगरगढ़ में आयोजित किया गया शिविर, बच्चों के भविष्य को लेकर शपथ

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डोंगरगढ़। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव के अध्यक्ष विजय कुमार होता के निर्देशन में और तालुका विधिक सेवा समिति डोंगरगढ़ की सचिव एवं अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा वर्मा के मार्गदर्शन में 14 नवंबर 2025 को बाल दिवस के अवसर पर प्राथमिक शाला बधियाटोला और प्राथमिक शाला कंडरापारा में विशेष शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में बच्चों को बाल अधिकारों, उनके विकास और उज्जवल भविष्य की दिशा में जागरूक किया गया।
पीएलवी अशोक कुमार पांडे ने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि बाल दिवस 14 नवंबर को भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के मौके पर मनाया जाता है। पं. नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को हुआ था, और वे स्वतंत्रता सेनानी, महान नेता और बच्चों के अनन्य प्रेमी थे। उन्होंने हमेशा बच्चों को देश के भविष्य का आधार मानते हुए उनके सर्वांगीण विकास पर जोर दिया था। पं. नेहरू का कहना था, बच्चे मिट्टी की तरह होते हैं, उन्हें गढ़ने की जिम्मेदारी हम सभी की है।
श्री पांडे ने यह भी बताया कि पहले बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था, लेकिन पं. नेहरू के निधन के बाद 1964 से यह दिन 14 नवंबर को मनाया जाने लगा। इस दिन हमें बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शपथ लेनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि समाज के हर तबके के लोग, शिक्षक, समाजसेवी, राजनेता, अधिकारी और कर्मचारी एकजुट होकर बच्चों के उज्जवल भविष्य के प्रति सजग रहें।
बाल दिवस के इस अवसर पर प्राथमिक शाला बधियाटोला और प्राथमिक शाला कंडरापारा के स्कूल प्रधान अध्यापक, छात्र-छात्राएं और पीएलवी अशोक कुमार पांडे ने भाग लिया। शिविर के दौरान बच्चों को उनके अधिकारों और भविष्य के प्रति जागरूक किया गया, साथ ही इस बात पर भी जोर दिया गया कि सभी को बच्चों के सर्वांगीण विकास में योगदान देना चाहिए।
यह आयोजन बच्चों के लिए प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक था, और इसके माध्यम से उनका मानसिक और शारीरिक विकास सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया।