क्या प्रजातंत्र के लिए खतरा है ईवीएम?
नेशन अलर्ट/रायपुर।
छत्तीसगढ़ फिल्म एंड विजुअल आर्ट सोसायटी के बैनर तले आज शाम 6 बजे डॉक्टर आलोक शुक्ला की दो किताबों पर परिचर्चा रखी गई है। पहली किताब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन है जबकि दूसरी एम्बुश है।
आईएएस अफसर रहे डॉ. शुक्ला एक सर्जन भी हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा पंडित जवाहरलाल नेहरु स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर से प्राप्त की है। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वे आईएएस के लिए चुने गए थे।
मध्यप्रदेश के शिवपुर व सागर जिले के कलेक्टर के रुप में काम कर चुके श्री शुक्ला छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य, शिक्षा, राजस्व, आपदा प्रबंधन व खाद्य विभाग के सचिव के रुप में काम कर चुके हैं।
धान खरीदी एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कम्प्यूटरीकरण के लिए उन्हें वर्ष 2010 में सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाले उच्चतम पुरस्कार प्रशासनिक उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। वर्ष 2009 से वर्ष 2014 के दौरान वे भारत के उप निर्वाचन आयुक्त पद पर काम भी कर चुके हैं।
दो राष्ट्रीय एवं अनेक राज्यों के चुनावों को उन्होंने नजदीक से देखा है। निर्वाचन की उनकी गहरी समझ है। उन्होंने मिस वेनेजुएला एवं आस्ट्रेलिया में निर्वाचन प्रेक्षक के रुप में कार्य किया है। इतना ही नहीं मालद्वीप की निर्वाचन प्रणाली के विकास में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा भेजे गए दल का डॉ. शुक्ला नेतृत्व कर चुके हैं।
क्या है किताब में?
इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन नामक किताब में कई तरह के सवाल उठाए गए हैं। क्या ईवीएम को हैक करना संभव है, क्या ईवीएम से वोट चुराए जा सकते हैं, क्या ईवीएम किसी राजनीतिक दल के पक्ष में की जा सकती है, विकसित देश ईवीएम का उपयोग क्यूं नहीं करते, क्या ईवीएम से चुनावी कदाचरण पर लगाम लगती है जैसे सवालों का जवाब ढूंढती यह किताब नजर आती है।
तथ्यों पर आधारित, अभिलेखों से सत्यापित और ईवीएम के विकास में लगे लोगों से सीधा संवाद करती यह किताब पाठक के मन में उठने वाले सारे सवालों का तार्किक और स्पष्ट जवाब देती हुई नजर आएगी। डॉ. शुक्ला ने इस किताब में लिखा है कि किस प्रकार राजनीतिक दल की चुनावी किस्मत बदलने के साथ उन्होंने ईवीएम के प्रति अपना रवैया भी बदल लिया है।
इस पर आज शाम पुस्तक विमोचन एवं चर्चा रखी गई है। इस किताब के साथ एम्बुश पर भी चर्चा होगी। सोमवार शाम 6 बजे यह कार्यक्रम वृंदावन हॉल, सिविल लाईन्स रायपुर में रखा गया है। वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैय्यर, ललित सुरजन, प्रशासनिक अधिकारी रह चुके शिवराज सिंह, सुशील त्रिवेदी कार्यक्रम के अतिथि होंगे।