प्रधानमंत्री के आदेश की अवहेलना पर अमादा अफसर
रायपुर।
प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर खुल कर एडीजी मुकेश गुप्ता के खिलाफ हो गए हैं। भाजपा नेता ननकीराम ने एक बार फिर पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने एडीजी गुप्ता के प्रकरण में प्रधानमंत्री के स्पष्ट आदेश की अवहेलना पर अफसरों के अमादा होने की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है।
उक्त पत्र भाजपा नेता व पूर्व गृहमंत्री कंवर ने मई के अंतिम दिनों में लिखा था। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग को यह पत्र उसी समय प्राप्त हो गया है। कार्मिक लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय के उप सचिव केजी राजू को यह पत्र कंवर ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के खिलाफ की गई शिकायत व जांच की समस्त जानकारी के संदर्भ में लिखा था।
6 माह से नहीं दी गई जानकारी
पत्र में कंवर लिखते हैं कि उन्होंने एडीजी गुप्ता के खिलाफ प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत रुप से मिलकर वर्ष 2016 के 4 मई को शिकायत की थी। वर्ष 2017 के 4 सितंबर को उन्होंने प्रधानमंत्री को स्मरण पत्र भी लिखा था। 15 सितंबर 2017 को प्रधानमंत्री सचिवालय का उन्हें पत्र प्राप्त हुआ था। 2017 के ही 6 नवंबर को डीओपीटी का अंतर कार्यालय मेमो प्राप्त हुआ था। इसी संदर्भ में अनुभाग अधिकारी विनोद कुमार शर्मा द्वारा 14 नवंबर 2017 को मुख्य सचिव को लिखा गया पत्र भी प्राप्त हुआ था।
कंवर ने इस बार कार्मिक लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय के उप सचिव केजी राजू को लिखे पत्र में लिखा है कि प्रधानमंत्री की निष्पक्ष व ईमानदार पहल पर उनके कार्यालय/सचिवालय द्वारा लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय को इस बाबत उचित कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। आपके कार्यालय में शिकायत में दिए गए तथ्यों को प्रथम दृष्टया सही मानते हुए विनोद कुमार, अनुभाग अधिकारी एबीडी-3, डीओपीटी भारत सरकार को उचित कार्रवाई के लिए प्रेषित की थी जिसकी एक प्रतिलिपि कंवर को भेजी गई थी। कंवर इस पत्र में आगे लिखते हैं कि छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव को उचित कार्रवाई व विस्तृत रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को शीघ्र भेजने पत्र लिखा गया था।
वर्ष 2017 के 14 नवंबर के बाद से कंवर को इस शिकायत पर कार्रवाई की कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। कंवर को लगता है कि कुछ भ्रष्ट अथवा निकम्मे अधिकारी प्रधानमंत्री के स्पष्ट निष्पक्ष जांच के आदेश की अवहेलना पर अमादा हैं। राजू को कंवर ने लिखा है कि यदि उक्त तथ्यात्मक शिकायत पर जांच लंबित है तो कृपया उन्हें लिखित रुप से सूचित किया जाए। पूर्ण होने की सूरत में मुझे लिखित में सूचित करने का कष्ट करें कि बिना उनका पक्ष सुने यह जांच किसने व कैसे मुकम्मल कर दी।
सीबीबाई जांच का अभिमत प्रस्तुत
कंवर ने इस पत्र में लिखा है कि अपराधिक प्रकरण के अलावा एडीजी मुकेश गुप्ता के विरुद्ध छत्तीसगढ़ लोक आयोग द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में भी राज्य शासन को सीबीआई जांच कराने का अभिमत प्रस्तुत किया जा चुका है। भापूसे मुकेश गुप्ता के परिलक्षित कृत्यों के मद्देनजर कंवर ने अपने द्वारा की गई शिकायत पर समस्त कार्रवाई की जानकारी इस पत्र के माध्यम से मांगी है। इसका कारण उन्होंने यह बताया है कि प्रधानमंत्री से भेंट कर वस्तु स्थिति को उनके संज्ञान में ला सकंूगा। 17 वर्षों से न्याय के लिए दर-दर भटकते परिवार को न्याय प्राप्त हो सकेगा। प्रधानमंत्री के निर्देश के पश्चात हो रही कार्रवाई को भी प्रभावित करने वाले उन सभी व्यक्तियों का चेहरा उजागर हो सकेगा व उनके विरुद्ध भी न्यायोचित कार्रवाई आदेशित हो सकेगी यह कंवर ने अपने पत्र में लिखा है। इसकी प्रतिलिपि केंद्रीय गृह मंत्री, कार्मिक लोक शिकायत व पेंशन मंत्रालय के राज्य मंत्री, प्रधानमंत्री सचिवालय के अतिरिक्त प्रमुख सचिव, केंद्रीय गृह सचिव, केंद्रीय सतर्कता ब्यूरों के निदेशक को भी प्रेषित की गई है।