जिले के प्रभारी मंत्री विजय शर्मा से हुई शिक्षा विभाग की शिकायत
राजनांदगांव। शिक्षा विभाग में लगातार हो रहे फर्जीवाड़ा, भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता की लिखित शिकायत पहंुची प्रभारी मंत्री के पास पुलिस अधीक्षक से जांच कराने की मांग हुई।
छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन लगातार शिक्षा विभाग के भ्रष्ट अधिकारीगण और कर्मचारीगण पर कार्यवाही की मांग कर रहा है, लेकिन उलटा एसोसियेशन के खिलाफ शिक्षक फडरेशन को ही आगे खड़ा कर दिया गया। बावजूद इसके पैरेंट्स एसोसियेशन अपनी मांग से पीछे हटने को तैयार ही नहीं हो रहा है।
प्रभारी मंत्री को दिए तीन लिखित शिकायत में जेल में बंदी रहे उत्तरा लहरे के नियम विपरीत वेतन आहरण, महेश ठाकुर एवं अभिषेक श्रीवास्तव को कम्प्युटर ऑपरेटर के पद से जारी वेतन और डीके लिल्हारे एवं अन्य कर्मचारियों के बिना अनुमति विदेश यात्रा का उल्लेख है।
एसोसियेशन के जिला अध्यक्ष त्रिगुण सादानी ने प्रभारी मंत्री को बताया कि प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास बघेल के संरक्षण के कारण दोषी कर्मचारियों पर कार्यवाही नहीं हो पा रहा है, जिससे ऐसा प्रतित हो रहा है। डीके लिल्हारे एवं अन्य कर्मचारी जो विदेश यात्रा पर गए थे, वे वहां गैर कानूनी गतिविधि में संलिप्त थे और उनके अपराधों को छिपाया जा रहा है। वहीं उत्तरा लहरे जो शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला कोकपुर, विकासखंड-डोंगरगांव में व्याख्याता है। दिनांक 11 और 12 जुलाई जिला जेल में बंदी थे, जेल से बाहर आते ही उनका नियम विपरीत अर्जित अवकाश स्वीकृत कर उन्हें वेतन जारी कर दिया गया। वैसे ही महेश ठाकुर और अभिषेक श्रीवास्तव जो जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी नहीं है, बावजूद उन्हें कम्प्युटर ऑपरेटर के पद से नियम विपरीत वेतन जारी किया जा रहा है।
श्री सादानी ने बताया कि शिक्षा विभाग के भ्रष्ट कर्मचारीगण जो मलाईदार कक्षों का प्रभार संभाल रहे है, अपने ऊपर लगे आरोपों से बचने एसोसियेशन पर कार्यवाही की मांग कर रहे है, जबकि वर्ष 2021 में भी इन्हीं कर्मचारियों के द्वारा एसोसियेशन पर कार्यवाही की मांग किया था, जांच में एसोसियेशन के विरूद्ध इनकी लिखित को तथ्यहीन पाया गया था और न्यायालय ने भी एफआईआर दर्ज करने की इनकी मांग को खारिज कर दिया है।
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