आचार्य पं. युवराज पाण्डेय ने श्रीमद् देवी भागवत में शिव-पार्वती विवाह प्रसंग का किया वर्णन

शेयर करें...

राजनांदगांव। डुमरडीहकला में कथा के छठवें दिन हजारों की संख्या में भक्तों ने आचार्य पं. युवराज पाण्डेय के श्रीमुख से कथा का श्रवण किया गया। शनिवार को कथा स्थल के आसपास बुंदेलीकला, ठेलकाडीह, पदुमतरा, तिलई सहित अन्य क्षेत्रों के श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने से पंडाल को बढ़ाया गया, तब जाकर श्रद्धालुओं की भीड़ सम पाई है।


भागवत कथा की शुरूआत भागवत आरती और देवी जसगीत के साथ किया गया। आचार्य पं. युवराज पाण्डेय ने अपने छठवें दिन की कथा में बताया कि नवरात्र पूजन का विधान क्या है और कुंवारी पूजन किस प्रकार से किया जाता है। आगे उन्होंने कहा कि नवरात्र में माता जागृत अवस्था में रहती है, इस समय जो भी सच्चे मन से मां की आराधना करता है, उसे अवश्य ही फल की प्राप्ति होती है। उन्होंने सती प्रसंग पर वर्णन करते हुए बताया कि जिस समय कैलाश पर भगवान शिव एवं माता पार्वती रह रहे थे, इस दौरान आकाश मंडल पर अपने-अपने विमान में सवार होकर देवगन दक्ष प्रजापति के यज्ञ में शामिल होने के लिए जा रहे थे, तब माता पार्वती ने भगवान शिव से पूछा तो उन्होंने कहा कि बिना निमंत्रण के कहीं नहीं जाना चाहिए, इसके इसके बावजूद माता पार्वती अपने पिता दक्ष प्रजापति के यज्ञ में उपस्थित हुई और किस प्रकार से उन्होंने अपने शरीर को अपने योग अग्नि से समाप्त किया, उसके पश्चात किस प्रकार से भगवान शिव ने तांडव कर उसे यज्ञ का विध्वंस किया, यह सब बताते हुए आचार्य पांडे ने बताया कि माया के चक्कर में कभी नहीं फंसना चाहिए। एक बार त्रेता युग में जब भगवान शिव और माता पार्वती आकाश मार्ग में विचरण कर रहे थे, उसे समय भगवान की माया के चक्कर में माता पार्वती भी फंस गई थी, इसलिए माया के चक्कर में कभी ना पड़े उसे भगवान की माया समझ कर प्रणाम कर लेना चाहिए।


आगे उन्होंने सुशीला वैश्या की कथा कहते हुए भगवान राम के द्वारा शक्ति की आराधना का प्रसंग कहते हुए आगे शिव पार्वती के विवाह का प्रसंग बताने के पश्चात कथा को विराम दिया गया। कथा के अंतिम में पूजा-अर्चना कर हरि नाम कीर्तन के साथ व देवी की पचरा जसगीत के साथ किया गया, जिसमें कथा में उपस्थित श्रोताओं ने संगीत में जमकर झूमे माता के जयकारे से कथा पंडाल गूंज उठे। कथा पश्चात शिव पार्वती विवाह के उपलक्ष्य में जमकर अतिशबाजी किया गया।
आज के कथा में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक भुनेश्वर बघेल, जिला साहू संघ अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी राजनांदगांव अध्यक्ष भागवत साहू, जिला पंचायत सदस्य पुष्पा वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष राजपूत समाज रमेश सिंह, उपाध्यक्ष राजपूत समाज अश्वनी राजपूत, प्रचार सचिव राजपूत समाज घनश्याम सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी बालोद झुमुक सिंह, पूर्व युवा सचिव राजपूत समाज ज्वाला सिंह, इंद्र कुमार सिंह, क्षेत्रीय जनपद सदस्य सभापति ओमप्रकाश साहू, सभापति हंशा सिन्हा, सदस्य तुलदास साहू, ब्लॉक अध्यक्ष कांग्रेस घुमका रतन यादव, भाजपा नेता परदेसी साहू, युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष सौरभ वैष्णव, डुमरडीह सरपंच जजमान दिनेश-सुनीता ठाकुर, परसबोड सरपंच जयश्री ललित चांदत्तारे, सहसपुर दल्ली सरपंच प्रदीप वर्मा, युकां ब्लॉक अध्यक्ष अमित राजपूत, जिला महासचिव रितेश सिन्हा सहित हजारों श्रद्धालुओं ने श्रीमद् देवी भागवत कथा का रसपान किये व चंडी यज्ञ के दर्शन किये।

(यह खबर टीम नेशन अलर्ट द्वारा संपादित नहीं की गई है. जैसी मिली वैसी प्रकाशित हुई है. अत: नेशन अलर्ट किसी भी तरह की गल्ती के लिए जिम्मेदार नहीं है.)