कब करें लक्ष्मीजी की पूजा
यतिकुमार विजय
कार्तिक मास की अमावश्या तिथि मध्य रात्रि 24/41 बजे तक रहेगी फिर शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू होगी | हस्त नक्षत्र सुबह 07/25 बजे तक रहेगा फिर चित्रा नक्षत्र शुरू हो जायेगा | चंद्रमा कन्या राशी में सांचार कर रहा है और शाम 19/58 के बाद से तुला राशी में प्रवेश करेगा | आज का राहुकाल दोपहर 01/48 से 03/14 बजे तक रहेगा | आज दक्षिण दिशा में दिशाशूल रहेगा | आज दीपावली का त्यौहार है | महावीर स्वामी का निर्वाण दिवस है | काली पूजा, केदार व्रत | आज दीपावली पर महालक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ समय शाम गौधुली वेला में 06/40 बजे से 08/40 बजे तक रहेगा | यतिवाणी के अनुसार वैसे शाम को 04/40 बजे से रात 09/15 बजे तक लगातार शुभ, अमृत और चल का चौघडिया रहेगा इस में भी पूजन किया जा सकता है | दोपहर में अभिजित मुहर्त 11/59 बजे से 12/45 बजे तक रहेगा | अमावश्या समाप्ति मध्यरात्रि 12/41 बजे होगी|
आज के शुभ चौघडिये इस प्रकार से रहेगे |
शुभ- 6/38/47 बजे से 08/04/47 बजे तक रहेगा |
चल- 10/56/47 बजे से 12/22/47 बजे तक रहेगा |
लाभ- 12/22/47 बजे से 13/48/46 बजे तक रहेगा |
अमृत-13/48/46 बजे से 15/14/46 बजे तक रहेगा |
शुभ- 16/40/46 बजे से 18/06/46 बजे तक रहेगा |
अमृत-18/06/46 बजे से 19/40/50 बजे तक रहेगा |
चल- 19/40/50 बजे से 21/14/54 बजे तक रहेगा |
लाभ- 24/23/03 बजे से 25/57/07बजे तक रहेगा |
शुभ- 27/31/12 बजे से 29/05/16 बजे तक रहेगा |
अमृत-29/05/16 बजे से 30/39/21 बजे तक रहेगा |
नोट- दोपहर में राहुकाल का समय ऊपर दिया है वह छोड़ कर पूजन करना |
यतिवाणी के अनुसार शुभ मुहर्त में माँ लक्ष्मी जी की स्थापना, पूजा करे और राशिनुसार मंत्रो के जाप करके तंत्रोक्त सिद्धिया प्राप्त करने का और अपनी राशी के लिए शुभयंत्र को सिद्ध करने का, गणपति, लक्ष्मी, पद्मावती, इंद्र, काली और कुबेर देवता आदि के पूजन और साधना के लिए शुभ समय है | इस समय में आप गुरु से प्राप्त मन्त्र द्वारा साधना करे तो सफलता और सिद्धि अवश्य ही मिलेगी और पूरा साल आपके भाग्योदय का शुभ योग बना रहेगा लेकिन हर राशी का व्यक्ति अपनी ही राशी के अनुसार देवी देवता का, यंत्रो का और मंत्रो का पूजन और स्मरण करे तो ही सालभर सुख समृद्धि को प्राप्त कर पायेगे और यतिगुरु भगवन्तो के आशीर्वाद से जीवन में आ रही समस्याओ से मुक्ति पा सकेगे |