किसके “निर्देश” पर रोकी गई थी बृजमोहन की गाड़ी?
रायपुर।
बुधवार देर शाम ऐसा दृश्य लोगों को नजर आया जिसकी कल्पना किसी ने भी नहीं की रही होगी। दरअसल, मुख्यमंत्री निवास में बुलाई गई भाजपा विधायकों की बैठक के दौरान कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की गाड़ी को गेट के बाहर ही रोक दिया गया। तकरीबन 10 मिनट तक गेट खुलने का इंतजार करते अपनी गाड़ी में बैठे रहे बृजमोहन अंत में पैदल चलकर मुख्यमंत्री निवास के अंदर पहुंचे। आखिर किसके निर्देश पर मुख्यमंत्री निवास में बृजमोहन की गाड़ी को प्रवेश करने नहीं दिया गया?
इन दिनों न तो भाजपा के लिए और न ही छत्तीसगढ़ के मंत्रियों के लिए कोई अच्छी खबर आ रही है। कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल अपने परिजनों द्वारा बनाए गए रिसॉर्ट की जमीन संबंधी विवाद में उलझे हुए हैं। यह विवाद विधानसभा सत्र के सामने आया और अब तक चल रहा है। विवाद की काली छाया बृजमोहन और अन्य मंत्रियों के साथ मुखिया के संबंधों पर पडऩे लगी है।
कोई जवाब देने तैयार नहीं
बुधवार शाम को जब बृजमोहन अग्रवाल की गाड़ी को रोका गया तो पत्रकारों का ध्यान इस दिशा में गया कि क्या मुखिया और मंत्री के संबंध वाकई तल्ख हो गए हैं। सीएम हाऊस के सूत्र भले ही कोई भी जानकारी दे रहे हैं हों लेकिन अधिकारिक तौर पर कोई कुछ भी कहने का तैयार नहीं है।
गुरुवार को इस मामले में “नेशन अलर्ट” ने सच्चाई जानने सीएम के सेक्युरिटी एसपी प्रखर पांडे से संपर्क साधने की कोशिश की लेकिन पहली मर्तबा तो उन्होंने मोबाईल पर आई कॉल को डिसकनेक्ट कर दिया। थोड़ी देर के बाद दूसरी बार फिर एसपी पांडे से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उस समय उनका मोबाईल ऑऊट आफ कवरेज एरिया आते रहा। कुलमिलाकर दूसरे दिन भी यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि मामला क्या था और कैसे घटित हुआ?