क्या आदिवासी मुख्यमंत्री की पुलिस पर से समाज का भरोसा उठ रहा है ?

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रायपुर.

किसी राज्य का मुखिया यदि आदिवासी हो फिर भी उसी के समाज के लोग बँद का आह्वान करने लगे तो सवाल तो उठेंगे ही. ऐसा ही कुछ उस छत्तीसगढ़ के साथ हो रहा है जहाँ मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आदिवासी काबिज है इसके बावजूद बस्तर में आदिवासी समाज इन दिनों आँदोलित है.

दरअसल, सारा मामला बच्चे से जुडा़ हुआ है. इस बच्चे के पिता का नाम पुलिस में दी गई सूचना के मुताबिक हिड़मू बताया जाता है. तकरीबन पखवाडे़ भर पहले हिड़मू का बच्चा अपह्रत हुआ था.

तब से पुलिस सिर्फ़ खोजबीन में लगी हुई है लेकिन सफलता अब तक उससे कोसों दूर है. मामला तब और गँभीर हो जाता है जब अपह्रत बच्चे की उम्र महज छह माह बताई जाती है.

इसी 6 माह के मासूम के अपहरण को लेकर आदिवासी समाज ने जिला बंद कराया है. इसके समर्थन में दँतेवाडा़ जिले के व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखी है.

ज्ञात हो कि एक सितंबर को पोंडुम गाँव से उक्त मासूम का अपहरण हुआ था. अब तक पुलिस को कोई सुराग भी नहीं मिला है. घटना को लेकर आदिवासी समाज में भयंकर आक्रोश व्याप्त है.

बताया तो यह तक जाता है कि सर्व मूल बस्तरिया समाज ने जिला मुख्यालय में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया था. पुलिस प्रशासन से अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग की थी.

कैसे हुआ था अपहरण ?

बीते रविवार की शाम 4 बजे का समय रहा होगा. उसी समय पोंडुम गांव से दो बाइक सवार 6 माह के बच्चे को लेकर भाग गए. परिजनों ने रविवार शाम ही ग्रामीणों के साथ कोतवाली थाना पहुंचकर घटना की शिकायत दर्ज करवाई थी.

इस मामले को कई दिन होने को आए लेकिन पुलिस अब तक आरोपियों को नहीं ढूंढ पाई. और तो और बच्चे का कोई पता चल सका है.

फिलहाल, दँतेवाड़ा पुलिस अभी भी यही कहने को मजबूर है कि आरोपियों की पतासाजी की जा रही है. पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं. अपहरणकर्ता बच्चे को लेकर मेंडोली कावड़गांव होते हुए बास्तानार जगदलपुर की ओर निकलने की आशंका है.

पुलिस के बताए मुताबिक जगदलपुर पुलिस को भी सूचित कर दिया गया है. संयुक्त रूप से कार्रवाई कर आरोपियों को जल्द पकड़ने की कोशिश की जा रही है.

बहरहाल, पोंडुम के रहने वाले हिड़मू का बाजार के पास सड़क किनारे घर है. वह अपने बच्चे को झूले में झूला रहा था. पत्नी घर के अंदर धान कूट रही थी.

हिड़मू के पास ही दो और बच्चे खेल रहे थे. दो बाइक सवार आए और हिड़मू को सौ रुपए देते हुए बोले कि शराब लेकर आओ. हिड़मू ने अपने दोनों बच्चों से कहा कि झूला झूलाते रहना अपने छोटे भाई को और शराब लेने चले गया.

हिड़मू के कुछ दूर जाते ही बाइक सवार बच्चे को झूले से उठाकर ले भागे. इस घटना के बाद परिजनों ने घर-घर जाकर पूछताछ की, लेकिन अपहरणकर्ताओं का कहीं पता नहीं चला. इसके बाद परिजनों ने ग्रामीणों के साथ पुलिस में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई है.

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