बलौदा बाजार, महासमुंद जिले से भगाए जाएंगे हाथी
रायपुर।
रायपुर से लगे बलौदा बाजार व महासमुंद जिले से हाथी भगाए जाएंगे। विशेषज्ञों की मदद से हाथियों को इन दोनों जिले से बाहर किया जाएगा। तमोरपिंगला अभयारण्य में हाथियों से बचाव व पुनर्वास केंद्र बनाया जाएगा।
यह सब मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई वन्यजीव बोर्ड की बैठक में तय हुआ है। बैठक मंगलवार को हुई थी। बताया जाता है कि बैठक में लिए गए निर्णय के मुताबिक 12 हाथियों को रेडियो कॉलर लगाए जाएंगे। हाथियों को गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान व एलीफेंट रिजर्व-तमोरपिंगला, सेमरसोत व बादलखोल अभयारण्य और बड़े वन क्षेत्रों में सीमित रखा जाएगा।
इधर, कबीरधाम के भोरमदेव अभयारण्य को टाइगर रिजर्व घोषित किया जाएगा। कान्हा रिजर्व से लगे होने के कारण 351.24 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले भोरमदेव की जैव विविधता भी समान है। वन्य जीवों की पानी की जरूरत पूरी करने संकरी व फेन नदी का उद्गम व सीमावर्ती रेंगाखार वनक्षेत्र में बंजर एवं हेलो नदी का उद्गम है।
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान से बारहसिंघा भोरमदेव अभयारण्य में लाने का निर्णय भी हुआ है। मप्र से 40 काले हिरण बारनवापारा में लाए जाएंगे। बार से 40 गौर गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में शिफ्ट होंगे।