कृषि विज्ञान केन्द्रों की स्वर्ण जयंती के प्रतीकात्मक मशाल को कृषि विज्ञान केन्द्र सुरगी राजनांदगांव द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र कवर्धा को सौंपा गया
राजनांदगांव। कृषि विज्ञान केन्द्रों की स्वर्ण जयंती के प्रतीकात्मक मशाल को कृषि विज्ञान केन्द्र सुरगी राजनांदगांव द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र कवर्धा को सौंपा गया। मशाल को कृषि विज्ञान केन्द्र कवर्धा के वैज्ञानिक डॉ. एनसी बंजारा के सुपुर्द किया गया। इस अवसर पर किसान गोष्ठी का आयोजन कर कृषकों एवं विद्यार्थियों को कृषि विज्ञान केन्द्र की गतिविधियों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में बताया गया कि प्रथम कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना 1974 में पांडिचेरी में हुई थी और अब तक पूरे देश में 731 कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना हो चुकी है। इस अवसर पर केन्द्र के वैज्ञानिक श्रीमती अंजली घृतलहरे, डॉ. अतुल डांग, मनीष कुमार सिंह, आशीष गौरव शुक्ला, जितेन्द्र कुमार मेश्राम, श्रीमती मंजूलता मरावी, पंकज चंदेल, छत्रपाल देशमुख सहित बड़ी संख्या में कृषक व विद्यार्थी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली में 31 मार्च 2024 को कृषि विज्ञान केन्द्र के स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में निदेशक आईसीएआर डॉ. हिमांशु पाठक द्वारा मशाल का उद्घाटन किया गया। इस मशाल को देश के सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों में भ्रमण कराया जा रहा है। मशाल 30 जुलाई 2024 को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा निदेशक विस्तार सेवाएं को सुपुर्द किया गया। मशाल यात्रा की शुरूआत कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर से की गई। 21 अगस्त 2024 को कृषि विज्ञान केंद्र अंजोरा दुर्ग द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र सुरगी राजनांदगांव को मशाल सुपुर्द किया गया।