मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में ग्राम के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रहा शासन की योजनाओं का लाभ : भरत वर्मा
राजनांदगांव। जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन आज डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम अर्जुनी में आयोजित किया गया। शिविर में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भरत वर्मा, कलेक्टर संजय अग्रवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। शिविर में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नन्हे बच्चों का अन्नप्राशन्न और गर्भवती महिलाओं की गोदभराई किया गया। विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाकर शासन द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों के संबंध में जानकारी दी गई। शिविर में हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित भी किया गया। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भरत वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में गांव के अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाएं पहुंचे, इसके लिए जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। आम जनता के बीच आकार सहानुभूतिपूर्वक कलेक्टर एवं अन्य अधिकारी समस्याओं का समाधान कर रहे हंै। उन्होंने कहा कि प्रदेश स्तर पर एक पेड़ माँ के नाम अभियान में सभी शामिल होकर अपनी सहभागिता निभायें। पर्यावरण में परिवर्तन आया है, जिसके कारण तापमान बढ़ रहा है एवं जल में कमी आयी है। उन्होंने किसानों से कहा कि हमें जल संरक्षण एवं पौधरोपण करने की आवश्यकता है। हमें देश के प्रति राष्ट्रीयता की भावना जगाना है और 15 अगस्त को अपने गांव एवं घर में राष्ट्रीय ध्वज फहराना है। सभी शिविर में शासन की योजनाओं की जानकारी लें और लाभ लें। कृषि, स्वास्थ्य एवं अन्य विभागों की जागरूकता के साथ जानकारी लें। स्वच्छता को अपनाएं और डायरिया की बीमारी की रोकथाम के प्रति जागरूक रहें। गांव-गांव में जल जीवन मिशन अंतर्गत नल कनेक्शन दिया जा रहा है। राजस्व प्रकरणों, रिकार्ड, दुरूस्ती का कार्य किया जा रहा है। सभी ग्रामवासी इससे अधिक से अधिक लाभान्वित हो।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने ग्रामीणों से कहा कि जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में पात्रता अनुसार शासन की योजनाओं का लाभ लेते हुए अपने जीवन स्तर को अच्छा कर सकते हैं। शासन-प्रशासन का यह सतत प्रयास है कि जनसामान्य के बीच आकर ज्यादा से ज्यादा सेवाएं दें। शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाया गया है। सभी ज्यादा से ज्यादा शासन की योजनाओं का लाभ लें और सभी स्टॉल में जाकर योजनाओं के संबंध में जानकारी लें। परिवहन विभाग के स्टॉल में लर्निंग लाईसेंस के लिए आवेदन दे सकते हैं। महाविद्यालय जाने वाले युवा आवेदन कर सकते हैं। आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं, वहीं कृषि से संबंधित सलाह ले सकते हैं। इस वर्ष अच्छी बारिश हुई है, हमारे पास यह अच्छा अवसर है कि हम जल संरक्षण कर सकते हैं। कलेक्टर ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा की तिथि 16 अगस्त तक बढ़ाई गई है। आकस्मिक स्थिति में फसलों की क्षति होने पर परेशानी नहीं हो। इसके लिए फसल बीमा का लाभ अवश्य लें। प्रीमियम में कम राशि देना है। केन्द्र एवं राज्य सरकार राशि का वहन करते है। फसल में किसी तरह का नुकसान होने पर बीमा से कवर होता है। उन्होंने आग्रह किया कि किसान ज्यादा से ज्यादा फसल बीमा कराएं। कई बार नामांकन, बंटवारा नहीं होने के कारण धान बिक्री करने में किसानों को दिक्कत होती है। इस समस्या के समाधान के लिए राजस्व अमला दो दिन का कार्य कर रहे है। एक हफ्ते में अभियान चलाकर जिले में कुल 26 हजार 90 त्रुटि सुधार किया गया है। गांव के ही दो मध्यम कुपोषित बच्चे थे। जो माताओं की देखरेख एवं जागरूकता से तंदुरूस्त हो गये हैं। यह जरूरी है कि बच्चों को प्रोटीन, विटामिन एवं पोषण तत्वों से भरपूर पौष्टिक आहार दिया जाये। पोट्ठ लईका पहल अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा गांव-गांव में प्रति शुक्रवार पालक-चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। तिरंगा भोजन के लिए आम जनता में जागरूकता ला रहे हैं, जिसके जिले में अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। कुपोषित बच्चे स्थानीय स्तर पर मिल रहे अच्छे आहार से सामान्य श्रेणी में आ जायेंगे। थोड़ा-थोड़ा करके बच्चे को दिन भर में खिलाना है। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। उनके स्वास्थ्य पर ध्यान देना हम सबकी जिम्मेदारी है।
कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत सघन रूप से पौधरोपण करने की जरूरत है। गर्मी बढ़ी है, वहीं जिले में भू-जल स्तर नीचे चला गया है। लगातार ट्यूब वेल, बोर के माध्यम से भू-जल दोहन से भू-जल स्तर नीचे चला गया है, भूमि में हमारा पानी बैंक है। जहां से हम पानी तो ले रहे हैं, लेकिन जमा नहीं कर रहे हैं। आने वाले वर्षों में यह स्थिति चिंतनीय हो। इसके लिए लगातार प्रयास करना होगा। कम पानी का उपयोग करने के साथ ही जल संरक्षण करने की जरूरत है। हमें गांव के पानी को गांव में खेत का पानी खेत में रोकना होगा। डबरी एवं कुआं, परकोलेशन टैंक जैसी जलीय संरचना का निर्माण करना होगा। उन्होंने कहा कि एक पेड़ माँ के नाम पर व्यापक स्तर पर पौधरोपण किया जा रहा है। इस अभियान में सहभागिता निभाये और पौधे लगाएं। पानी के बहाव को रोकने में भी वृक्ष सहायक होते हंै। जीवन के लिए पानी और पेड़ जरूरी है। शासन द्वारा सड़क, भवन एवं अधोसंरचना के विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने जनसमान्य से कहा कि शिविर के माध्यम से शासन की योजनाओं का समझ सकते हैं। कोई दिक्कत हो रही है, तो यहां समाधान ले सकते हैं। शासन द्वारा ग्रामों के विकास के लिए सतत कार्य किया जा रहा है।
सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि अर्जुनी बड़ा ग्राम है, यहां बहुत सी गतिविधियां संचालित है। स्वच्छता दीदी एवं महिला स्वसहायता समूह द्वारा यहां बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है। गांव में व्यवस्थित तरीके से कार्य किया जा रहा है। व्यवहार परिवर्तन से एक सकारात्मक परिवर्तन आया है। यहां स्वच्छता दीदी की आय बढ़ सकती है। इसके लिए सभी को सहयोग देना है। अर्जुनी के तालाब में वाटर ट्रिटमेंट प्लांट प्रारंभ करने के संबंध में योजना बनाई जा रही है। मनरेगा अंतर्गत तालाब, परकोलेशन टैंक, चेकडेम में बारिश के पानी को रोकने के लिए संरचना बना रहे हैं। आवास निर्माण की योजना है। पोट्ठ लइका पहल अंतर्गत गंभीर कुपोषित बच्चों को सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा है।
शिविर में मछली पालन विभाग के हितग्राहियों को आईस बाक्स, मछली जाल, कृषि विभाग के हितग्राहियों को पावर स्प्रेयर, उद्यानिकी विभाग के हितग्राहियों को बीज वितरण किया गया। वन विभाग द्वारा शिविर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधों का वितरण किया गया। जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल में सिकल सेल, टीबी, शुगर, खून जांच ब्लड प्रेशर जांच किया गया तथा निःशुल्क दवाईयों का वितरण किया गया। आयुर्वेद विभाग के स्टॉल में ब्लड प्रेशर, स्त्री रोग के संबंध में जानकारी प्रदान की गई और आयुर्वेद दवाईयों का वितरण किया गया। शिविर में जिला स्तरीय अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग में शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। परिवहन विभाग द्वारा लर्निंग लायसेंस बनाया गया। इसी तरह आधार नवीनीकरण एवं पंजीयन कराया गया। जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग, कृषि विभाग, मत्स्य विभाग, उद्यानिकी विभाग, खाद्य विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, समाज कल्याण विभाग, क्रेडा, विद्युत, पशु चिकित्सा, उद्योग, खादी ग्रामोद्योग, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, पुलिस, श्रम विभाग, लीड बैंक, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, जल संसाधन विभाग, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, लोक निर्माण विभाग, शिक्षा विभाग, परिवहन विभाग, आबकारी विभाग और खनिज विभाग द्वारा स्टॉल लगाकर जनसामान्य को शासकीय योजनाओं की जानकारी दी गई और योजनाओं से लाभान्वित किया गया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा नवीन प्रताप सिंह तोमर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा, एसडीएम श्रीकांत कोर्राम, जनपद सीईओ श्री नवीन, अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
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