‘उल्लास’ नवभारत साक्षरता कार्यक्रम समीक्षा बैठक संपन्न
राजनांदगांव। कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने जिला पंचायत सभाकक्ष में जिले में संचालित उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की समीक्षा की। सीईओ जिला पंचायत ने असाक्षरों व स्वयं सेवी शिक्षकों के चिन्हांकन एक सप्ताह के भीतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वयं सेवी शिक्षकों के पंजीयन, असाक्षरों का पंजीयन सर्वे एवं पोर्टल में एंट्री के कार्य में गति लाते हुए माह के अंत तक सर्वे एवं डाटा एंट्री का कार्य पूर्ण करने निर्देशित किया। साथ ही उल्लास कार्यकम के लिए माहौल तैयार करने विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करने कहा। सुश्री सुरूचि सिंह ने सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से असाक्षरों व स्वयं सेवी शिक्षकों के चिन्हांकन में ग्राम पंचायत सचिव, प्रधान पाठक के साथ समन्वय करने तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका असाक्षरों व स्वयं सेवी शिक्षकों के चिन्हांकन में सहयोग करने के निर्देश दिए। बैठक में शिक्षार्थी व स्वयंसेवी शिक्षकों का चिन्हांकन एवं डाटा एंट्री तथा सितंबर 2024 व मार्च 2025 में आयोजित होने वाले मूल्यांकन आकलन परीक्षा की तैयारी की समीक्षा की गई। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उल्लास शपथ दिलाई।
सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने विद्यालयों में संपर्क कर कक्षा 9वीं से कक्षा 12वीं तक अध्यनरत विद्यार्थियों को स्वयं सेवी शिक्षक के रूप में पंजीयन करने के लिए प्रोत्साहित करने कहा। उन्होंने बताया कि 10 असाक्षरों को साक्षर करने पर बोर्ड परीक्षाओं में विद्यार्थियों को 10 अंक बोनस दिया जाएगा। उन्होंने इसका प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक विद्यार्थियों को स्वयंसेवी शिक्षक के रूप में पंजीयन करने प्रोत्साहित करने और संबंधित प्रचार्य व ग्राम प्रभारी को सहयोग प्रदान करने कहा। बैठक में बताया गया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिश एवं संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य के अनुसार 2030 तक सभी युवा प्रौढ़ पुरूष एवं महिलाओं को शत-प्रतिशत बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान प्रदान करना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत अनुशंसा एवं भारत सरकार द्वारा उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम सभी के लिए शिक्षा हेतु प्रारंभ की गई है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत 15 वर्ष से अधिक उम्र के असाक्षरों को शत-प्रतिशत साक्षर किए जाने का लक्ष्य है। इस अवसर पर जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता श्रीमती रश्मि सिंह, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती गुरूप्रीत कौर, एपीसी समग्र शिक्षा आदर्श वासनिक, एपीसी समग्र शिक्षा प्रणिता शर्मा, सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सभी स्रोत समन्वयक, साक्षरता कार्यक्रम प्रभारी, बीपीएम आजीविका मिशन, संकुल समन्वयक, विकासखंड राजनांदगांव के स्कूलों के प्रधान पाठक उपस्थित थे। वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जुड़े रहे।
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