कलेक्टोरेट कांड के बाद हटाने का सिलसिला जारी
नेशन अलर्ट/9770656789
www.nationalert.in
बलौदा बाजार। जिले के कलेक्टोरेट में मचे उपद्रव और आगजनी के कांड के बाद अधिकारियों को हटाने का सिलसिला जारी है। राज्य सरकार ने पहले यहां से जिलाधीश और पुलिस अधीक्षक का स्थानांतरण किया था और अब मातहत अधिकारी निशाने पर आए हैं।
उल्लेखनीय है कि बलौदा बाजार-भाठापारा जिले में गत दिनों सतनामी समाज द्वारा एक आंदोलन किया गया था। आंदोलन क्यों और कैसे हुआ यह तो भूल जाइए लेकिन इसके भयावह नतीजे ऐसे सामने आए कि आज दिनांक तक यह असरकारक है।
यहां कलेक्टर रहे केएल चौहान और एसएसपी रहे सदानंद को पहले हटा दिया गया था। इसके अगले ही दिन दोनों को निलंबित भी कर दिया गया। दोनों के स्थान पर क्रमशः दीपक सोनी व विजय अग्रवाल ने अपना कार्यभार संभाल लिया और स्थिति को नियंत्रण में लाने के साथ ही लोगों के विश्वास को पुनर्जीवित करने के प्रयास में लगे हुए हैं।
अब ये बदले गए
अब जाकर राज्य सरकार बलौदा-बाजार के प्रशासनिक तंत्र को बेहतर करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में उसने आज यहां अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रहे अविनाश सिंह को बदल दिया है। उन्हें डायल-112 रायपुर में एएसपी के पद पर पदस्थ किया गया है।
उनके स्थान पर धमतरी में एएसपी के पद पर पदस्थ अभिषेक सिंह भेजे गए हैं। साथ ही डायल-112 रायपुर में पदस्थ हिमसागर सिदार को भी एएसपी के पद पर बलौदा बाजार स्थानांतरित किया गया है।
नवगठित मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में पदस्थ कौशल किशोर वासनिक को उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) के पद पर बलौदा बाजार भेजा गया है। उप पुलिस अधीक्षक नक्सल आपरेशन्स के पद पर जशपुर में पदस्थ एश्वर्या चंद्राकर को अनुविभागीय पुलिस अधीकारी के पद पर यहां भेजा गया है।
बताया जाता है कि अनुविभागीय पुलिस अधिकारी भाटापारा के पद पर पदस्थ आशीष अरोरा भी इस फेरबदल की जद में आए हैं उन्हें उप पुलिस अधीक्षक (आपरेशन) के पद पर पदस्थ करते हुए मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में स्थानांतरित किया गया है। मतलब सामान्य जिले से उन्हें नक्सल प्रभावित जिला भेजा गया है।