महंत की बड़ी मांग, सरकार से मांगा इस्तीफा
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बलौदा बाजार/रायपुर। प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा है कि जो सरकार अपने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय को नहीं बचा सकती है वह हर तरीके से असक्षम है। महंत ने प्रदेश की विष्णुदेव साय सरकार से इस्तीफा मांगकर बलौदा बाजार में हुए उपद्रव के बाद बड़ी मांग कर दी है।
उल्लेखनीय है कि नेता प्रतिपक्ष महेन्द्र के साथ आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज अपने विधायकों व पूर्व विधायकों के साथ बलौदा बाजार के दौरे पर थे। दौरे के बाद कांग्रेस नेताओं ने एक पत्रकार वार्ता को संबोधित किया।
पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि डर के मारे कई लोग अभी भी गायब हैं। उनके परिजन उन्हें खोज रहे हैं। शासन-प्रशासन को यह सूची जारी करनी चाहिए कि अब तक वह किन किन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और किन्हें जेल भेज चुकी है।
बैज ने बलौदा बाजार की घटना को इंटेलिजेंस फेलियर ठहराते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ आज जल रहा है। स्थानीय लोगों से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि 250 लोग नागपुर से आए थे। सरकार को बताना चाहिए कि इन्हें किसने और क्यों बुलाया था ? इनके खाने-पीने की व्यवस्था किसने की थी ?
नेता प्रतिपक्ष महंत ने क्षेत्र को बाबा गुरू घासीदास से जोड़ते हुए कहा कि यदि यहां का प्रशासन जागरूक रहता तो इतनी बड़ी घटना कभी किसी हाल में नहीं घटती। विष्णुदेव साय सरकार आज पूरी तरह से असफल हो गई है। उन्होंने सरकार से इस्तीफा मांगा है।
लॉ एंड आर्डर में पहली बार नपे अफसर
बलौदा बाजार की घटना प्रशासनिक हल्के के लिए भी गौरतलब रहेगी। लॉ एंड आर्डर से जुड़ा यह ऐसा मामला है जिसमें पहली मर्तबा कलेक्टर व एसएसपी निलंबित किए गए हैं। कलेक्टर रहे केएल चौहान व एसएसपी रहे सदानंद के निलंबन का आदेश गुरूवार देर रात 11.30 बजे जारी हुआ।
प्रदेश के प्रशासन में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी मामले को लेकर कलेक्टर-एसपी इस तरह से नप गए। पहले भी आईएएस-आईपीएस अफसर निलंबित होते रहे हैं लेकिन यह लॉ एंड आर्डर से जुड़ा वह मामला है जिसमें पहले कलेक्टर-एसएसपी का स्थानांतरण होता है और बाद में उन्हें निलंबित कर दिया जाता है।