फिर उठा बूढ़ा सागर सौंदर्यीकरण का मामला
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राजनांदगांव. बूढ़ा सागर सौंदर्यीकरण का मसला एक बार फिर से उठ गया है। कांग्रेस के पूर्व पार्षद हेमंत ओस्तवाल ने इस विषय पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष व पार्षद कुलबीर छाबड़ा को घेरते हुए उनसे अपनी चुप्पी तोड़ने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि बूढ़ा सागर का सौंदर्यीकरण राजनांदगांव शहर की वर्तमान सरकार के लिए गले की फांस बन गया है। बूढ़ा सागर में किए गए सौंदर्यीकरण सहित सर्वेश्वर दास निगम शाला में घास लगाने के नाम पर हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर हेमंत ओस्तवाल समय-समय पर आवाज उठाते रहे हैं।
इस बार क्या कहा ?
हेमंत ओस्तवाल को बूढ़ा सागर के मसले पर कांग्रेस से निष्कासन भी झेलना पड़ा था। इसके बावजूद वह इस विषय पर फिर से मुखर हो गए हैं। इस बार उन्होंने अपने निशाने पर राजनांदगांव की महापौर अथवा सौंदर्यीकरण से जुड़े रहे अधिकारियों को नहीं बल्कि शहर कांग्रेस अध्यक्ष व वार्ड पार्षद कुलबीर छाबड़ा को लिया है।
हेमंत कहते हैं कि पहले विधानसभा चुनाव और अब राजनांदगांव में लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुका है। दोनों ही चुनावों में कुलबीर को टिकट की उम्मीद रही होगी लेकिन अब उनके पास वार्ड का चुनाव लड़ने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
भाजपा शासनकाल में बूढ़ा सागर सौंदर्यीकरण के नाम पर 16 करोड़ रूपए का जो अपव्यय हुआ है उसे जनता देख रही है लेकिन वार्ड पार्षद की आंख में अभी भी पट्टी बंधी हुई है। इसी के चलते वह बेतुकी बयानबाजी कर रहे हैं।
हेमंत बताते हैं कि यही हाल म्युनिस्पल स्कूल मैदान में घास लगाने के नाम पर 35 लाख रूपए डीएमएफ मद से इस शहर सरकार के कार्यकाल में खर्च किए गए। इसमें भी भ्रष्टाचार की बू आती है।
ओस्तवाल के मुताबिक 25 अगस्त 2022 को निगम की सामान्य सभा में बूढ़ा सागर के भ्रष्टाचार के विषय पर अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने का निर्णय सर्व सम्मति से पारित हुआ था। इसके बावजूद वार्ड पार्षद चुप्पी साधे रहे हैं। यदि यही हाल रहा तो आने वाले नगरी चुनाव के समय पार्षद की रवानगी कर जनता अपना हिसाब बराबर करेगी।