सोना तस्करी : कैसे विक्की जैसे लोग करते हैं ?
नेशन अलर्ट/राजनांदगांव.
सोना तस्करी के मामले में फंसे विक्की बैद जैसे लोग किस तरह से इसे अंजाम देते हैं यह चौंकाने वाला है। विक्की बैद राजनांदगांव ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ का एक बड़ा सोना तस्कर माना जा रहा है। उसके मामले में भले ही अभी कोई अधिकृत जानकारी नहीं आई है लेकिन बताया जाता है कि वह जब आएगी तो चौंकाने वाली होगी।
उल्लेखनीय है कि अभी हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग (आईटी) ने छत्तीसगढ़ व झारखंड में छापामारी की थी। इसी छापेमारी में एक बार फिर पुन: विक्की बैद का नाम उभरकर सामने आया है जो कि पहले भी इसी तरह के मामले में आरोपी बनाया जा चुका है।
यहhttp://www.nationalert.in/?p=8843 भी पढ़ें – सोना तस्करी : अंतर्राष्ट्रीय समूह से जुड़े हैं तार
ज्ञात हो कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे से एक बार फिर सोना तस्करी और इससे जुड़े संबंधित व्यापारियों की चर्चा होने लगी है। सोना तस्करी के मामले में पूर्व में गिरफ्त में आ चुके इन स्वर्ण व्यवसायियों के तार अंतर्राष्ट्रीय समूह से जुड़े हो सकते हैं। इस दिशा पर गौर कर फूंक-फूंक कर कदम उठाए जा रहे हैं।
राजनांदगांव से जुड़ी फर्म नंदई स्थित जसराज शांतिलाल बैद इसी मामले में चर्चा में आई थे। इसी फर्म का मोहनी ज्वेलर्स भी है। इसी ज्वेलर्स से केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क यानि कि सीबिक (सीबीआईसी) ने गत वर्ष 1 मई को जब छापा डाला था तो उसे 32 लाख नगद सहित साढ़े सत्रह किलो सोना और 5 टन चांदी का हिसाब किताब नहीं मिला था।
उल्लेखनीय है कि तब राजधानी रायपुर में 13 किलो सोने के साथ चार आरोपी हिरासत में लिए गए थे। इनसे जब सीबीआईसी ने कठोरतापूर्वक पूछताछ की तो उसी दौरान एक नाम सामने आया था जसराज शांतिलाल बैद… इसी परिवार का है मोहनी ज्वेलर्स और इनसे जुड़ा हुआ है विक्की बैद।
एक किलो सोने में कितनी मिलाई जाती है चांदी ?
अधिकारिक जानकारी बताती है कि सोना तस्करी के मामले में अंतर्राष्ट्रीय समूह से इनके संबंध हैं। यहां छत्तीसगढ़ में जो सोना आता है वह कोलकाता की ओर से आता है। कोलकाता तक यह सोना बर्मा और बांग्लादेश बॉर्डर से होते हुए पहुंचता है।
बताया जाता है कि म्यांमार और बांग्लादेश के रास्ते कोलकाता पहुंचने वाला सोना 99.99 प्रतिशत शुद्धता का होता है। इसमें चांदी मिलाकर इसे 99.50 प्रतिशत शुद्धता का किया जाता है। 1 ग्राम से लेकर 100 ग्राम तक के सिक्कों में इसके स्वरूप को बदला जाता है। कुल 1 किलो सोने में 5 ग्राम चांदी मिलाई जाती है जिससे यह 99.50 हो जाता है।
बिना कस्टम ड्यूटी चुकाए तस्कर इस तरह के सोने को भारत ला रहे हैं। विक्की जैसे देश के भीतर बैठे व्यापारी इस सोने को रायपुर से लेकर राजकोट तक की मंडियों में अपने निजी कोरियर के द्वारा पहुंचाने में लगे हुए हैं। एक किलो के पीछे इन कोरियर वालों को राजकोट तक के 35 हजार रूपए मिलते हैं। नांदगांव में विक्की इस तरह के मामले का इकलौता संदिग्ध व्यापारी है जबकि रायपुर में ऐसे चार पांच और होंगे। आने वाले दिनों में मामले में और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।