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रायपुर.
भाई-बहन के रिश्तों का पवित्र त्योहार लगता है इस मर्तबा छत्तीसगढ़ में शराब का नाम लिए बिना नहीं मनाया जा सकेगा. रक्षाबंधन पर शराबबंदी की मांग को लेकर की गई एक बहन की मांग को मानते हुए भाई ने उसकी हिम्मत को फिर पुकारा है.
दरअसल, सारा मामला शराबबंदी को लेकर कांग्रेस-भाजपा के बीच मची खींचतान के बीच एक बहन द्वारा अपने भाई को लिखे एक बेहद सुंदर पत्र से पुनः शुरु हुआ.
जब रक्षासूत्र लेकर बहन का पत्र भाई तक पहुंचा तो उसने भी बडी़ ही आत्मीयता से न केवल जवाब दिया बल्कि बहन को हिम्मती माना.
यह अलग बात है कि बहन की उसी हिम्मत को भाई ने एक बार फिर यह कहते हुए पुकारा है कि बाकी बचे भाईयों से भी वह इसी तरह का अनुरोध करे.
फिर किया वादा ; होकर रहेगी शराबबंदी
बहन डा. सरोज पांडे. . . भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव . . . राज्यसभा सदस्य जबकि उनके भाई भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री.
बहन सरोज जहां भाजपा से जुडी़ हुई हैं वहीं उनके भ्राता बघेल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे हैं.
भाई-बहन की रक्षाबंधन पर यह प्यारी से तकरार इसी साल देखने में आई है. इसके पहले कभी भी न तो बहन ने रक्षासूत्र भेजा था और न ही भाई ने वायदा निभाने का वादा अपनी बहन से किया था.
प्यारी सी तकरार का माध्यम बना ट्विटर . . .
बहन सरोज पांडे द्वारा भेजे गए रक्षासूत्र का जवाब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया में उतना ही प्यारा ट्वीट कर दिया है जितना प्यारा स्नेह उनसे जताया गया था.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि
” बहन सरोज पांडेय जी! आज आपका भाई भूपेश आपसे वादा कर रहा है कि छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी होकर रहेगी, हम सब इसकी तैयारी में लगे हैं। साथ ही आपका आभार इसलिए कि आपने आज पुनः प्रदेश के सामने ला दिया कि आपके भाई डॉ रमन सिंह ने 15 साल तक आपके वादे को तोड़ा, आपकी बात नहीं मानी।”
इसके तुरंत बाद भूपेश बघेल ने अपनी बहन सरोज पांडे को संबोधित करते हुए एक दूसरे ट्वीट में लिखा कि
“बहन, मैं आपसे एक आग्रह और करता हूँ कि एक राखी अपने भाई नरेंद्र मोदी जी को भी भेज दें और उनसे भी वादा करवाएँ कि देशवासियों से उनके द्वारा किए गये प्रत्येक वादे को पूरा कर सकें। मुझे उम्मीद है कि मेरी बहन में इतनी हिम्मत तो है कि वो अपनी पार्टी के नेता को एक राखी भेज सकेगी।”