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भोपाल.
अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी विवेक अग्रवाल मुश्किल में घिर गए हैं. दरअसल राज्य की इकॉनॉमिक अफेंस विंग (ईओडब्ल्यू) ने यहां के स्मार्ट सिटी के दफ्तर में छापा मार दिया. साथ ही साथ इस ऑफिस को सील कर दिया गया. आईएएस विवेक पर आरोप है कि उन्होंने अपने बेटे को दिए गए टेंडर में गड़बड़ी की है.
उल्लेखनीय है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में इंटिग्रेटेड डाटा सेंटर व डिजास्टर रिकवरी सेंटर टेंडर की जांच के लिए यह छापा डाला गया था. बीएसएनएल ने 250 करोड़ का टेंडर डाला था जबकि एचपीई ने 299 करोड़ का टेंडर डाला था.
इसके बावजूद आईएएस विवेक अग्रवाल के सुपुत्र वैभव अग्रवाल की कंपनी एचपीई को यह टेंडर दे दिया गया. यह कार्यवाही नगरी प्रशासन विभाग के आयुक्त विवेक अग्रवाल के कार्यकाल में हुई थी.
बाप-बेटा बनाए गए आरोपी
ईओडब्ल्यू ने स्मार्ट सिटी में हुए घोटाले की शिकायत दर्ज कर ली है. इस मामले में आईएएस विवेक अग्रवाल सहित उनके सुपुत्र वैभव अग्रवाल को आरोपी बनाया गया है. वैभव एचपीई कंपनी की सीनियर पोस्ट पर पदस्थ थे.
आरोप है कि अपने बेटे को फायदा पहुंचाने के लिए विवेक ने एक विशेष कंपनी को 300 करोड़ रूपए के टेंडर जारी किए थे. बीएसएनएल ने सबसे कम कीमत का टेंडर भरा था लेकिन इसके बावजूद उसे काम नहीं मिला.