राजनांदगांव। शक्तिधाम मां महाकाली मंदिर बाबुटोला में गुरू-शिष्य परंपरा का पावन पर्व गुरुपूर्णिमा हर्षोल्लास से मनाया गया। प्रातः गुरुचरण वंदन पश्चात गुरुपूजन किया गया। इस पावन अवसर पर शक्तिधाम धर्मार्थ सेवा समिति द्वारा आस्था मूकबधिर शाला में बच्चों को प्रसादी व लेखनी सामग्री वितरण किया गया।
शहर के वार्ड क्रमांक-1, बाबुटोला में शक्तिधाम महाकाली मंदिर में गुरू पूर्णिमा का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। इस वर्ष गुरु पूर्णिमा पर सर्वार्थ सिद्धि और प्रीति योग के संयोग से यह पर्व और भी शुभ और महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसी दिन से संन्यासी चातुर्मास का प्रारंभ भी होगा, जो विशेष महत्व रखता है। गुरु पूर्णिमा का पर्व विशेष रूप से गुरुरू-शिष्य परंपरा को समर्पित है। इस दिन शिष्य अपने गुरु की पूजा करते हैं और उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हैं। आज प्रातः अघोराचार्य बाबा कीनाराम जी का अघोर आरती पश्चात शिष्यों व श्रद्धालुओं द्वारा पूज्य गुरुदेव हरीश यादव का दर्शन-पूजन किया गया। शिष्यों के द्रवित नयन से भाव-विभोर गुरुपूजन देख सभी की आंखे भर आयी। गुरू पूजन पश्चात शिष्यों के मार्गदर्शन के लिए गुरूजी ने आशीर्वचन कहे। दोपहर बाद भोजन प्रसादी वितरण किया गया। इस अवसर पर गुरुदेव हरीश यादव के द्वारा 37 लोगों को गुरू दीक्षा दिया गया एवं एक पेड़ गुरू के नाम के तहत सभी नए दीक्षित व पुराने सदस्यों को गुरुजी द्वारा पेड़ भेंटकर संरक्षण करने कहा गया । वहीं आस्था मूकबधिर शाला में भी बच्चों को लेखनी सामग्री व प्रसादी वितरण किया गया।