भोपाल।
इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन को लेकर विपक्षी दलों के निशाने पर आए चुनाव आयोग अब फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। भिंड कलेक्टर व एसपी को चुनाव आयोग के निर्देश पर हटा दिया गया है। यह कांग्रेस की शिकायत बाद लिया गया फैसला है। टी इलिया राजा की जगह भिंड कलेक्टर बनाए गए वी किरण गोपाल बालाघाट कलेक्टर रहते हुए विवादों से घिरे थे। उन पर तब लकड़ी चोरी का आरोप लगा था। इधर, अनिल सिंह कुशवाहा को भिंड एसपी के पद से हटाते हुए पीएचक्यू भोपाल में एआईजी पदस्थ किया गया है। उनकी जगह सुशांत सक्सेना पुलिस अधीक्षक बनाकर भिंड भेजे गए हैं।
भिंड के अटेर विस सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर नई तकनीकी की ईवीएम के प्रदर्शन के दौरान उठे सवाल को लेकर चुनाव आयोग ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से रिपोर्ट मांगी थी। रिपोर्ट मिलने के बाद आयोग ने शासन से कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक की पदस्थापना के लिए तीन-तीन नामों का पैनल मांगा था। रविवार को दिनभर दिल्ली से भोपाल तक नई पदस्थापनाओं को लेकर मंथन चलता रहा।सूत्रों के मुताबिक दोपहर बाद चुनाव आयोग ने वी किरण गोपाल को कलेक्टर और सुशांत सक्सेना को पुलिस अधीक्षक बनाने की सिफारिश की। इसके बाद गृह विभाग ने सक्सेना को भिंड का नया पुलिस अधीक्षक बनाने के आदेश जारी कर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को भेज दिए। वहीं, सामान्य प्रशासन विभाग ने देर शाम वी किरण गोपाल को कलेक्टर बनाने के आदेश जारी कर दिए।
इससे पहले आज भारत निर्वाचन आयोग की टीम जांच के लिए भिंड पहुंची। इसके बाद कलेक्टर इलैया राजा टी और एसपी अनिल सिंह से बंद कमरे में जानकारी ली गई। वहीं दूसरी ओर अटेर उप चुनाव को लेकर कांग्रेस द्वारा की गई शिकायत के बाद सुरपुरा थाना प्रभारी रामबाबू यादव, पावई थाना प्रभारी सोनपाल तोमर एवं अटेर थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर राघवेंद्र तोमर को भोपाल पुलिस मुख्यालय भेजा गया है। सुशांत सक्सेना इससे पहले शहडोल एसपी थे।भिंड एसपी रहे अनिल कुमार सक्सेना को पुलिस मुख्यालय भोपाल में सहायक महानिरीक्षक बनाया गया है।अटेर के अनुविभागीय अधिकारी इंद्रवीर सिंह भदौरिया को उप पुलिस अधीक्षक भोपाल बनाया गया है जबकि जबलपुर नगर पुलिस अधीक्षक मंजीत सिंह चावला अब अटेर के अनुविभागीय अधिकारी होंगे।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के भिंड जिले में ईवीएम(इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन) में मिली गड़बडी के बाद इन मशीनों की विश्वसनीयता को लेकर देश की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। कांग्रेस ने इसे लोकत्रंत के खिलाफ साजिश बताया है। साथ ही इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है।