नेशन अलर्ट/रायपुर।
कार्तिकेय पर पनामा पेपर लीक्स के आरोप लगाने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनसे माफी मांग ली। दरअसल ये आरोप ही गलत थे। असल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के पुत्र कार्तिकेय पर नहीं ये आरोप छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के पुत्र सांसद अभिषेक सिंह पर लगे हैं लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष की इस त्रुटि पर कार्तिकेय शांत नहीं बैठे और राहुल गांधी के माफी मांगने के बाद भी उन्होंने मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया।
ये तो हुई कंफ्यूजन और माफी-मुकदमे की बात पर इस मामले में कुछ ऐसा है जो चुभ रहा है। जब राहुल गांधी ने कार्तिकेय का नाम लिया तो वे मुकदमे तक पहुंच गए लेकिन असल में जिस सांसद अभिषेक सिंह का नाम पनामा पेपर लीक्स में सामने आया वो अब तक चुप हैं। ऐसा क्यूं? ये एक बड़ा सवाल है।
पनामा पेपर लीक्स में मुख्यमंत्री के पुत्र सांसद अभिषेक सिंह का नाम सामने आया था। इसे लेकर देश के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने मुख्यमंत्री और उनके पुत्र पर आरोप लगाए थे। फिर कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को उछाला और अब तक उछाल रही है। एक दफा सीएम ने कहा जरुर की वो वकीलों की राय लेकर प्रशांत भूषण और कांग्रेस पर मुकदमा करेंगे लेकिन आज तक उन्होंने ऐसा नहीं किया। अभिषेक सिंह भी इस मामले में चुप्पी साध जाते हैं।
मसला ये है कि, अगर कार्तिकेय झूठे आरोप लगाने के बिनाह पर कांग्रेस अध्यक्ष को नोटिस भेज सकते हैं तो अभिषेक सिंह अब तक चुप क्यूं हैं? सीएम ने भी इस मामले में कुछ नहीं किया तो सवाल ये भी कि उन्होंने जिन वकीलों से राय लेने की बात कही थी उन्होंने सीएम को क्या राय दी? क्या उन्होंने ही सीएम को मुकदमा करने से रोक दिया? लेकिन अगर ऐसा करने से सीएम को रोका भी गया तो क्यूं?
जगह-जगह अभिषेक पर विदेशी निवेश के आरोप लग रहे हैं। कहीं न कहीं न सिर्फ सिंह परिवार इससे प्रभावित हो रहा है बल्कि भाजपा की छवि पर भी इसका असर पड़ रहा है। इतने बड़े फैक्ट के बावजूद न मुख्यमंत्री कोई एक्शन ले रहे हैं और न ही अभिषाक… माफ कीजिएगा अभिषेक सिंह। सवाल जस के तस कायम है।
इस मामले में मुख्यमंत्री और उनके पुत्र सांसद अभिषेक सिंह की प्रतिक्रिया भी नपी-तुली आती है। ऐसे में फिर एक सवाल खड़ा होता है कि क्या वाकई में ऐसा कुछ है जिसे मुख्यमंत्री और सांसद छिपा रहे हैं?