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राजनांदगांव.
खाद्य विभाग द्वारा आज की गई एक कार्रवाई से नया सवाल खडा़ हो गया है ? कैसे मजहर खान नामक व्यक्ति प्रसाद का निर्माण कर रहा था और कैसे उससे प्रसाद खरीद कर उसे अपनी दुकान से व्यापारी बेचा करते थे ? अब इन सवालों का जवाब खाद्य विभाग अथवा जिला प्रशासन को देना पड़ सकता है.
शासकीय विज्ञप्ति बताती है कि प्रमुख धार्मिक स्थल के प्रसाद में मिलावट की खबर के बाद उच्च अधिकारियों के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के सभी धार्मिक स्थलों पर चढ़ाए जाने वाले प्रसाद की सख्त जांच शुरू हो गई है. इसी क्रम में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम द्वारा डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम राका स्थित एक पोल्ट्री फार्म के साथ लगी हुई बिल्डिंग में दबिश दी गई.
इस बिल्डिंग में मजहर खान द्वारा श्री प्रसाद नाम से इलायची दाना पैक किया जा रहा था. जांच के दौरान पैकेट पर पैकेजिंग, लेबलिंग, निर्माण की तारीख, निर्माता का नाम और पता जैसी आवश्यक जानकारी का उल्लेख नहीं किया गया था, जो प्रथम दृष्टया खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन है.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी डोमेंद्र ध्रुव ने बताया कि प्राप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई है. प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि इलाईची दाना की पैकिंग बिना किसी मानक प्रक्रिया के की जा रही थी.
पैकिंग की जा रही सामग्री श्री प्रसाद इलाईची दाना को गुणवत्ता जांच के लिए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजा गया है. अनुमानित कीमत लगभग बीस हजार रूपए मूल्य की थी. श्री प्रसाद इलाइची दाना को जब्त कर संचालक के अभिरक्षा में रखा गया है.
आगे की जांच जारी है. फिलहाल निर्माण कार्य बंद कर दिया गया है. जांच में यह भी पता चला है कि इस इलाईची दाना का कारोबार मजहर के परिवार द्वारा पूर्व से ही किया जा रहा था. आशंका के आधार पर गुणवत्ता जांच सहित कार्रवाई नियमानुसार आगे भी जारी रहेगी.
बहरहाल, मामले में बहुत से पहलू ऐसे हैं जो फिलहाल उजागर नहीं हुए हैं अथवा उजागर नहीं किए गए हैं. आने वाले दिनों में इस पर नए तरह का विवाद पैदा हो सकता है.