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रायपुर। प्रदेश में प्रवर्तन निदेशालय की कार्यवाहियों के बीच उसके दफ्तर के छोटे पड़ने की खबर सुनाई देने लगी है। ईडी के लिए बड़े दफ्तर की तलाश किए जाने की भी खबरें जनमानस के बीच तैर रही हैं।
ईडी का प्रदेश स्तचरीय कार्यालय फिलहाल पुजारी पार्क में है।
बताया जाता है कि ईडी इन दिनों छत्तीवसगढ़ में लगातार सक्रिय बनी हुई है। ईडी ने पिछले साल 540 करोड़ के कोल परिवहन का प्रकरण दर्ज किया था। सट्टेबाजी में हवाला और आबकारी में 2000 करोड़ की कथित गड़बड़ी का प्रकरण इसके बाद दर्ज हुआ।
इसी साल डीएमएफ में गड़बड़ी के अलावा ईडी ने चावल सप्लाई में गड़बड़ी का केस दर्ज किया। अब जल जीवन मिशन में गड़बड़ी की ओर ईडी ने रूख किया है। पिछले एक साल में ईडी ने 6 केस दर्ज किए। चार केस में छापेमारी और जांच शुरू हो गई जबकि दो नये केस की जांच में ईडी अभी प्रारंभिक चरण में है।
ईडी ने प्रदेश में अपनी कार्यवाही का खाता अक्टूबर 2022 में खोला था। तब उसने अवैध कोल परिवहन में 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। आज दिनांक तक दो आईएएस, दो माइनिंग अफसर, राज्य प्रशासनिक सेवा की एक अधिकारी सहित एक दर्जन कारोबारी ईडी की गिरफ्त में आ चुके हैं।
गड़बड़ी में आबकारी के बड़े अधिकारी समेत 5 लोग ईडी द्वारा धरे गए हैं। इसी तरह सट्टेबाजी केस में 4 आरोपियों में जिनमें पुलिस का एक सहायक उपनिरीक्षक भी शामिल है पकड़ में आया है।
ईडी की कार्यवाही के बढ़ने के साथ साथ उसके दफ्तर का दायरा छोटा पड़ता नजर आ रहा है। अधिकारी भले ही कुछ न कहें लेकिन सूत्र बताते हैं कि ईडी को एक बड़े दफ्तर की बेहद जरूरत है। संभवत: इसी के मद्देनजर ईडी के लिए एक बड़े बंगले को तरासने के प्रयास की भी खबर है।