नेशन अलर्ट/कटघोरा.
कटघोरा वनमंडल के एतमा रेंज में हाथियों ने नेशनल हाइवे क्रमांक 130 पर तकरीबन 4 घंटे एक तरह से चक्काजाम कर दिया था। दरअसल, एक नन्हा हाथी पुल के गड्ढे में फंस गया था इसकारण उसे बचाने हाथियों का झुंड घेराबंदी कर खड़े हो गया था।
एतमा में वन परिक्षेत्र अधिकारी के पद पर इन दिनों मनीष सिंह पदस्थ हैं। मनीष बताते हैं कि ग्रामीणों से मिली सूचना के बाद वन मंडल अधिकारी प्रेमलता यादव के साथ केंदई रेंज के रेंजर अभिषेक दुबे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मौजूद थे। मनीष के मुताबिक 21 हाथियों का दल बीते कुछ दिनों से आसपास विचरण कर रहा था।
फंस गया शावक, जम गए हाथी
ग्रामीणों व वन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि गुरूवार शाम हाथियों का यह दल सड़क को पार कर रहा था। इसी दौरान एक शावक पुल के गड्ढे में फंस गया। अपने शावक को फंसा देखकर उसकी मां और हाथियों के झुंड के अन्य सदस्य वहां घेरा डालकर चिंघाड़ने लगे। ग्रामीणों ने जैसे तैसे इसकी सूचना वन विभाग को दी।
मौके पर वन विभाग की टीम पहुंची। उसने रेस्क्यू ऑपरेशन चालू किया। अपने शावक को बचाने में हो रही देरी को देखकर उसकी मां की बेचैनी इस कदर बढ़ गई थी कि डर के मारे वनकर्मी शावक के पास जाने में असफल रहे थे। थक हारकर जेसीबी मशीन बुलाई गई। जेसीबी मशीन भी तब तक सही तरीके से काम नहीं कर पाई जब तक मादा हाथी अपने शावक के पास मौजूद थी।
इसी दौरान एक समय ऐसा आया जब मादा हाथी मौके से हटकर कुछ देर के लिए जंगल गई। इसी दौरान मनीष ने अभिषेक दुबे के साथ मिलकर पुल के पास के गड्ढे को मिट्टी से पाटना चालू करवा दिया। दोनों रेंजर जेसीबी मशीन पर सवार होकर गड्ढे को पाटने में जुटे हुए थे। काफी देर के प्रयास के बाद जब गड्ढा पाटा गया तो हाथी का वह शावक सुरक्षित बाहर आया।
शावक के बाहर आते ही उसने अपनी मां को आवाज लगाई तो मादा हाथी जंगल से निकलकर वापस सड़क किनारे आ गई। शावक को सुरक्षित देखकर मादा हाथी उसे लाड प्यार करते हुए वापस जंगल की ओर रवाना हो गई। इस रेस्क्यू ऑपरेशन के सफलतापूर्वक पूरा होने पर ग्रामीणों ने वन विभाग को अपनी ओर से बधाई भी दी है।