पूर्व मंत्री ने राजनांदगांव में अवैध प्लाटिंग और शिकायतों के आंकड़े भी मांगे
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ॰ रमन सिंह का निर्वाचन क्षेत्र भी चर्चा में
राजनांदगांव।
भाजपा के दिग्गज विधायक 07 मार्च से शुरु होने वाले बजट सत्र में अवैध प्लाटिंग को लेकर सरकार की पूरजोर खिलाफत करने की तैयारी में हैं। इसे लेकर स्थगन प्रस्ताव लाए जाने की भी तैयारी है। दूसरी ओर कुछ विधायकों की ओर से इसे लेकर प्रश्न भी लगाए गए हैं। इन विषयों में राजनांदगांव का नाम भी शामिल है।
बीते कुछ दिनों से जिला, निगम प्रशासन व राजस्व अमले ने अवैध प्लाटिंग के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। भाजपा विधायको ने आरोप लगाया है कि कि इस पूरी कार्रवाई की जद में आम आदमी ही पीस रहा है। इस पूरे खेल में अफसर कार्रवाई के बजाए निगम, राजस्व व पुलिस के अधिकारी महज पत्राचार का खेल कर रहे हैं और एफआईआर का भय दिखाकर वसूली की जा रही है।
अवैध प्लाटिंग का मुद्दा विधानसभा सत्र में और भी गहराने वाला है। बताया जा रहा है कि भाजपा विधायकों ने इस पूरे मामले कई प्रश्न लगाएं हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का निर्वाचन क्षेत्र भी शामिल है।
गंभीर यह भी है कि अपने मुख्यमंत्रीत्व कार्यकाल के आखिरी 10 साल डॉ. रमन सिंह राजनांदगांव से ही विधायक रहे हैं। इस बीच शहर और आसपास अवैध प्लाटिंग का मकड़जाल फैल गया। शिकायतों के बाद भी इन पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई। अब जब कार्रवाई शुरु हुई है तो अवैध प्लाटिंग के मामलों में दर्जनों भाजपा नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं।
इस स्थिति में भाजपा जहां विधानसभा में अवैध प्लाटिंग के मामलों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं तो दूसरी ओर यही उन भाजपा नेताओं के लिए चिंता का विषय बना हुआ है जिन्होंने अवैध प्लाटिंग के खेल में करोड़ों कमाए हैं।