पीएम की योजनाओं में गफलत, सीएम ने बदल डाले दो कलेक्टर
रायपुर।
सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने के मामले में मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह की नाराजगी कोरिया और सूरजपुर जिले के कलेक्टरों को झेलनी पड़ी। मुख्यमंत्री ने खराब परफारमेंस की वजह से दोनों जिलों के कलेक्टरों को हटाने का फरमान सुना दिया।
जशपुर और सूरजपुर जिले में लोक सुराज अभियान के दौरे से लौटने के बाद पुलिस लाइन हेलीपेड पर मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा कि काम की गति औऱ योजनाओं के क्रियान्वयन से मैं संतुष्ट नहीं था। दोनों ही जिलों में योजनाओं के क्रियान्वयन की गति बेहद धीमी है। उन्होंने कहा कि लोक सुराज अभियान जनता का अभियान है। जनता जो चाहेगी वहीं होगी। मैंने जनता के पक्ष में निर्णय़ लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरिया जिला पंचायत के सीईओ को भी बदलने के निर्देश मुख्य सचिव को दिए गए हैं। कहा गया है कि तत्काल प्रभाव से कोरिया के कलेक्टर-सीईओ औऱ सूरजपुर के कलेक्टर का तबादला रायपुर मुख्यालय कर दिया जाए।
क्या शिकायत मिली थी
बताया जा रहा है कि कोरिया जिले में स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनाए जा रहे शौचालय निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता की गई। दौरे पर गए मुख्यमंत्री को इसकी शिकायत मिली थी। चर्चा है कि यही शिकायत कोरिया कलेक्टर एस प्रकाश पर भारी पड़ गई। इसकी जद में जिला पंचायत सीईओ संतन देवी जांगड़े भी आ गई। वहीं सूरजपुर जिले के कलेक्टर जी चुरेंद्र के तबादले के पीछे सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में धीमी गति को आधार बनाया गया। जी चुरेंद्र के खिलाफ पहले से विभागीय जांच भी जारी है। खबर है कि बीते लोक सुराज अभियान के दौरान भी सूरजपुर कलेक्टर के काम से सीएम नाखुश थे।
मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने दो टूक कह दिया है कि -शिकायत का एक भी दाना पकड़ में आएगा, तो निपटा दूंगा। उन्होंने प्रदेश भर के प्रशासनिक अधिकारियों को संदेश देते हुए कहा कि जो काम नही कर पा रहा है। थक गया है। उसे हटाकर दूसरे कलेक्टर को जिम्मेदारी दे दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 मई तक सुराज अभियान चलेगा। ये कार्रवाई भी सतत चलती रहेगी। पता नहीं ऐसे कितने और मामले सामने आएंगे।