किसान पारख के लिए धान पैडी ट्रांसप्लांटर बनी मददगार
राजनांदगांव। कृषि की नवीनतम तकनीक तथा आधुनिक कृषि यंत्रों से खेती-किसानी के कार्यों में आमूलचूल परिवर्तन आए हैं। एक ओर कृषि यंत्रों ने किसानों के लिए कार्य आसान किया है, वहीं फसल उत्पादन में भी वृद्धि हुई है। डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम केसला के प्रगतिशील किसान पारख दास साहू के लिए धान पैडी ट्रांसप्लांटर कृषि कार्य के बहुत उपयोगी एवं कारगर साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि शासन की योजना के अंतर्गत कृषि विभाग के तहत छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम लिमिटेड से धान पैडी ट्रान्सप्लांटर के लिए 4 लाख रूपए का अनुदान प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि रोपा लगाने की यह मशीन कुल 9 लाख रूपए की है। यह मशीन बहुत सरल और अच्छी है। इस मशीन के माध्यम से निर्धारित दूरी पर रोपा लगाना आसान हो गया है। वहीं श्रमिक नहीं मिलने पर दिक्कत नहीं होती है और कास्त लागत में कमी आयी है।
प्रगतिशील कृषक पारख दास साहू ने बताया कि इस वर्ष धान की बोआई की गई है और उत्पादन भी जोरदार हुआ है। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी की जा रही है। जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को शुक्रिया कहा। उन्होंने कहा कि शासन इसी तरह मदद करते रहे तो वह और भी कृषि यंत्र खरीद सकेंगे। उन्होंने बताया कि खरीफ सीजन में 26 एकड़ में धान की फसल ले रहे हैं। जिसमें प्रति एकड़ 21 कि्ंवटल धान की फसल हो रही है और कुल उत्पाद 546 कि्ंवटल है। जिससे लगभग 16 लाख 92 हजार 600 रूपए तक मुनाफा हो रहा है। जिसमें कास्त लागत 7 लाख 80 हजार रूपए तथा शुद्ध आय लगभग 9 लाख रूपए है। उन्होंने बताया कि रबी एवं ग्रीष्मकालीन फसल में 9.60 एकड़ में पैडी ट्रांसप्लांटर द्वारा धान की रोपाई की गई है। जिससे 6 लाख 72 हजार रूपए की आय हुई है। उन्होंने बताया कि वे धान के अलावा गेहूं, सरसो एवं साग-भाजी की फसल ले रहे हैं। उन्होंने अपना पक्का मकान बनवा लिया है और घर में समृद्धि आयी है। उल्लेखनीय है कि आधुनिक कृषि यंत्र ट्रेक्टर, थ्रेसर, हार्वेस्टर, स्प्रेयर, राईस ट्रायर, स्ट्रा बेलर, लेजर लैंड लेवलर, ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव जैसे कृषि यंत्र के माध्यम से किसान लाभान्वित हो रहे हंै और कृषि यंत्र एवं उपकरण खरीद रहे हैं। शासन द्वारा कृषि यंत्रों को खरीदने के लिए सब्सिडी प्रदान की जा रही है। जिससे किसानों को बहुत मदद मिल रही है।
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