जीवन में लक्ष्य प्राप्त करने में शिक्षा का बहुमूल्य योगदान : कलेक्टर

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मोहला। कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में शिक्षा विभाग एवं आदिवासी विकास विभाग के संचालन की गहन समीक्षा की। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शिक्षा जीवन की सबसे बड़ी धरोहर और आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही जीवन में निर्धारित लक्ष्य अर्जित होता है। शिक्षा से भविष्य संवरता है। इससे जीवन की दिशा निर्धारित होती है। जीवन में किसी भी लक्ष्य और मुकाम को अर्जित करने के लिए शिक्षा का बहुमूल्य योगदान होता है। कलेक्टर ने इस बात को ध्यान में रखते हुए सभी शिक्षकों को संवेदनशीलता के साथ बच्चों का भविष्य सुदृढ़ करने और संवारने की दिशा में समय-समय पर उन्हें प्रोत्साहित करने और विविध गतिविधियों से जोडऩे के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बच्चों को बचपन से ही एक लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढऩे की दिशा में उन्हें प्रेरित करने कहा । उन्होंने बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षा के लिए विशेष क्लास लगाकर विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन करने कहा। कलेक्टर ने इस दौरान अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी शिक्षक स्कूल एवं छात्रावास परिसर में मर्यादित आचरण और चरित्र बनाए रखें। किसी भी प्रकार के अव्यावहारिक आचरण नहीं करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि शिक्षक, ऐसा आचरण व व्यवहार करें, जिससे बच्चें उन्हें प्रेरित होकर अनुसरण करें।
कलेक्टर ने बैठक में शिक्षा विभाग के अंतर्गत शालाओं में स्वीकृत शिक्षकों के पद भरे गए पद और रिक्त पदों की जानकारी ली। हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल स्तर पर विषयवार विशेषज्ञ शिक्षकों के भरे गए पद, रिक्त पदों की जानकारी लेकर विषय विशेषकों की कमी पर शालाओं में नियुक्त शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों को शिक्षा अध्ययन कराने कहा। कलेक्टर ने बैठक में शालाओं में उपलब्ध संसाधन, सुविधा और कमियों पर चर्चा करते हुए कहा कि आवश्यक संसाधन के लिए प्रस्ताव तैयार कर प्रेषित करें। जर्जर स्कूल होने की दशा में नए भवन के लिए प्रस्ताव तैयार करने कहा है। कलेक्टर ने बैठक में स्कूलों में अध्यनरत शतप्रतिशत बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए सभी शिक्षकों को 15 दिवस के भीतर आवश्यक कार्यवाही करने कहा है। पात्रता अनुसार सभी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति योजना का लाभ मिले इसके लिए आवश्यक पहल करने की निर्देश दिए गए हैं। सभी स्कूली विद्यार्थियों के आधार कार्ड को बैंक खाता से लिंक करने की कार्यवाही भी करने कहा गया है।
कलेक्टर श्रीमती प्रजापति ने आदिवासी विकास विभाग के अंतर्गत संचालित छात्रावास, आश्रमों की समीक्षा करते हुए कहा कि छात्रावास, आश्रम में परिवार जैसे माहौल निर्मित करें। यहां अध्यनरत बच्चों को परिवार जैसा माहौल और स्नेह मिले। कलेक्टर ने बैठक में आदिवासी विकास विभाग के द्वारा संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी लेते हुए निर्देशित किया कि शासन की मंशानुसार सभी पात्र हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जाए।

(यह खबर टीम नेशन अलर्ट द्वारा संपादित नहीं की गई है. जैसी मिली वैसी प्रकाशित हुई है. अत: नेशन अलर्ट किसी भी तरह की गल्ती के लिए जिम्मेदार नहीं है.)