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राजनांदगांव / बालोद.
एक बेरोजगार युवक राजनांदगांव पुलिस में भर्ती के लिए आवेदन करता है तो दो युवक उससे मिलते हैं. अभ्यर्थी को बातों में फुसला कर उससे हजारों रुपए लेते हैं. मामला अब पुलिस तक पहुंच गया है.
शिकायत मुताबिक इसी बीच भर्ती निरस्त हो जाती है. अभ्यर्थी अपने पैसे वापस लेने दबाव बनाता है तो दोनों युवक उसे एक ज्वाईनिंग लैटर पकडा़ देते हैं जोकि वन विभाग का होता है.
मतलब जिसने पुलिस में भर्ती के लिए आवेदन किया था उसे वन विभाग में नियुक्त करने का फर्जीवाडा़ किया जाता है. थक हारकर अभ्यर्थी पुलिस में शिकायत करता है तो फर्जी नियुक्ति कराने वालों की पोल खुलती है.
मामले में पुलिस ने अब भादंवि की धारा 420, 34 का अपराध दर्ज कर लिया है. प्रकरण में ढा़ई रूपए ऐंठने के आरोप में जिन्हें आरोपी बनाया गया है वह राजनांदगांव जिले के निवासी हैं.
फरवरी में हुई शिकायत , जून में जुर्म दर्ज
ग्राम कोचेरा, ब्लाक डौंडी लोहारा निवासी 30 वर्षीय रामकुमार कोठारी मामले में बालोद पुलिस अधीक्षक से फरवरी में मिलकर शिकायत करता है. जांच उपरांत डौंडी पुलिस जून में अपराध दर्ज करती है.
13 जून को राजनांदगांव जिले के निवासी दो युवकों को ढा़ई लाख रूपए ढगने के आरोपी बना लिया जाता है. इनमें उमरवाही तहसील छुरिया थाना डोंगरगांव निवासी 35 वर्षीय हसन पिता कमरुद्दीन खान व मड़ौदा तहसील खैरागढ़ जिला राजनांदगांव निवासी 33 वर्षीय डोमार सिंह चंदेल पिता मुकुंदी राम चंदेल आरोपी बनाए गए हैं.
अधिकारियों ने भेजा कहकर फंसाया
प्रार्थी रामकुमार कोठारी के अनुसार दोनों आरोपियों ने फिल्मी अंदाज में उसे फंसाया. राम के अनुसार उसने 8 जनवरी 2018 को जिला पुलिस बल राजनांदगांव के पद हेतु आवेदन किया था.
इसका शारीरिक परीक्षण 3 जून 2018 को हुआ था. इस बीच दोनों आरोपी उनके घर आए. दोनों से पहले से कोई जान पहचान भी नहीं थी.
सीधे घर आकर दोनों कहने लगे कि आपने जिला पुलिस बल राजनांदगांव में आवेदन भरा है क्या? हम लोग नौकरी लगा देंगे. हमारी अफसरों से नजदीकी जान पहचान है. भर्ती लेने वाले अफसरों ने ही हमें भेजा है.
इन युवकों ने राम से कहा कि ढाई लाख हमें दोगे तो भरे हुए पद में तुम्हारी नौकरी लग जाएगी. यह बात किसी को भी मत बताना.
खेत बेचकर दिए थे दो लाख
नौकरी की आस में आरोपियों की बातों में आकर युवक ने खेत बेचकर 27 जुलाई 2018 को दोनों आरोपियों को 2 लाख दिए थे. 50 हजार को 3 माह बाद देने की बात हुई थी.
भर्ती निरस्त होने पर जब उसने दो लाख वापस मांगे तो आरोपी हसन खान ने कहा कि वन विभाग खैरागढ़ का 13 जुलाई 2019 को फॉर्म भरवाया गया है. इसी बीच आरोपी डोमार सिंह चंदेल फिर से उनके पास आकर 50 हजार की मांग करने लगा.
इस दौरान डोमार सिंह ने उसे एक चैक भी दिया कि यदि नौकरी नहीं लगी तो वह उसके खाते से 50 हजार निकाल ले. 15 सितंबर को उसे एक नियुक्ति पत्र भी आया जोकि फर्जी निकला.
वन विभाग , छत्तीसगढ़ मंत्रालय लिखे नाम से आए इस पत्र को लेकर जब वह पहुंचा तो उसे अपने ठगे जाने का अहसास हुआ. इसके बावजूद आरोपी उसे पैसे के लिए घुमाते रहे.
28 दिसंबर 2019 को आरोपियों ने उसे राजनांदगांव बुलाया था. कहा था कि रायपुर ले जाकर अधिकारियों से मिलवा दूंगा. नौकरी पर लग जाना. जब युवक रामकुमार कोठारी अपने दोस्त मुकेश के साथ राजनांदगांव आया तो दोनों उसे नहीं मिले. इस पर उसने शिकायत की थी.