दुर्ग।
राज्य में चिटफंड कंपनियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। बावजूद लोग हैं कि अब भी ऐसी कंपनियों के झांसे में आकर बड़ी रकम निवेश कर रहे हैं। दुर्ग में ऐसे ही एक मामले में 50 लाख रुपए निवेश करने वालों की शिकायत पर पुलिस ने चिटफंड कंपनी के संचालक सहित तीन लोगों को प्रोडक्शन रिमांड पर लिया है।
हितग्राहियों का पैसा डबल करने के झांसा देकर पचास लाख रुपए की ठगी करने वाले चिटफंड कंपनी के कर्मचारी को रायपुर सेंट्रल जेल से मोहन नगर पुलिस ने प्रोडक्शन रिमांड पर लिया है। मोहन नगर पुलिस मंगलवार को दुर्ग न्यायालय में जिला एवं सत्र न्यायाधीश राधा कृष्ण अग्रवाल की अदालत में पेश किया था। न्यायाधीश ने चारो आरोपियों को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है।
प्रकरण के मुताबिक दुर्ग स्थित सिंधी पारा में आरोग्य धनवर्षा डेवलपर्स नामक चिटफंड संचालित किया जा रहा था। कंपनी हितग्राहियों को 5 साल में दुगना करने का झांसा देकर उनसे पैसे जमा कराया जा रहा था। कंपनी दुर्ग से करीब सौ लोगो से तकरीबन 50 लाख रुपए जमाकर अचानक आफिस में ताला लगाकर फरार हो गई। गंजपारा निवासी प्रार्थी सुनिल जैन ने कंपनी के खिलाफ मोहन नगर पुलिस में शिकायत की थी। मोहन नगर पुलिस को जानकारी मिली।