एमजीएम केस : शह और मात के खेल की कल सुनवाई
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रायपुर .
आईपीएस वर्सेस आईपीएस . . . शह और मात का खेल . . . गुरु और चेले की लडा़ई . . . यह लडा़ई अब कोर्ट की चौखट पर पहुंच गई है जिसकी कल यानिकि सोमवार को सुनवाई होगी.
मामला सस्पेंडेड आईपीएस मुकेश गुप्ता और उनके प्रभुत्व वाले एमजीएम हास्पिटल से जुडा हुआ है. एमजीएम हास्पिटल के संदर्भ में ईओडब्ल्यू – एसीबी ने कुछ समय पूर्व ही अपराध दर्ज किया था.
प्रकरण में मुकेश गुप्ता के अलावा उनके वयोवृद्ध पिता जयदेव गुप्ता सहित एमजीएम हास्पिटल की कर्ताधर्ता दीपशिखा अग्रवाल को प्रमुख आरोपी बनाया गया है.
फिरकी . . . बोल्ड या फिर सिक्स
कानून के जानकार बताते हैं कि प्रकरण की सुनवाई सोमवार को बिलासपुर हाईकोर्ट में होनी है. सुनवाई से ही यह तय होगा कि गुरु और चेले में जीत किसकी होगी ?
ज्ञात हो कि आईपीएस मुकेश गुप्ता को आईपीएस जीपी सिंह का गुरु माना जाता रहा है. जीपी की कार्यशैली में मुकेश गुप्ता की झलक भी दिखाई देती रही है.
. . . लेकिन जीपी सिंह ने मुकेश गुप्ता से पृथक अपनी अलग छवि भी बनाई है. वह न केवल जांबाज अधिकारी माने जाते हैं बल्कि दमदार व कर्त्तव्यनिष्ठ अफसर हैं.
बेहद ईमानदार व पेशेवर अधिकारी जीपी सिंह ने एक ऐसी फिरकी डाली है कि जिसमें मुकेश गुप्ता उलझते नज़र आ रहे हैं. संभवतः वह कल होने वाली सुनवाई में प्रोफेशनल अफसर जीपी की गुगली में फंसकर बोल्ड हो भी जाए.
ऐसा हो भी सकता है . . . लेकिन यदि नहीं हुआ तो ? यदि मुकेश गुप्ता ने जीपी की फिरकी पर आगे निकल कर कहीं छक्का जड़ दिया तो ?
खैर इसका फैसला चंद घंटों बाद हो जाएगा कि गुरु गुड़ , चेला चीनी में कौन गुड़ है और कौन चीनी ?