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बाड़मेर.
बाबा रामदेव अवतार धाम रामदेरिया काश्मीर में नौ दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पूर्ण हो गया है. राज्य के अलावा पूरे देशभर से आए बाबा भक्तों ने मंदिर के दर्शन कर अपनी मनोकामना की.
उल्लेखनीय है कि तकरीबन 610 साल पहले लोक देवता बाबा रामदेव का अवतरण उंडू काश्मीर में हुआ था. इस स्थान को रामदेरिया काश्मीर के नाम से भी जाना जाता है.
बीस करोड़ में बना है मंदिर
बताया जाता है कि इस स्थान पर तकरीबन बीस करोड़ की लागत में बाबा रामदेव का मंदिर बना है. इसी स्थान पर विक्रम संवत 1409 में बाबा रामदेवजी महाराज अवतरित हुए थे.
किसी ने दस रूपए तो किसी ने हजारों रूपए देकर मंदिर के निर्माण में अपना सहयोग प्रदान किया है. इस मंदिर की खासियत यह है कि यह 7.5 तीव्रता के भूकंप को भी झेल जाएगा.
बाड़मेर जिले का यह पहला मंदिर है जो कि 110 फीट ऊंचा है. मंदिर की नींव सीमेंट कांक्रिट से 35 फीट जमीन के नीचे भरी गई है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरूआत गत दिनों हुई थी. 5 दिसंबर को वरघोड़ा निकाला गया.
इसका समापन शुक्रवार को हुआ. अभिजीत मुहूर्त में मूर्तियों, कलश, ध्वजा की स्थापना पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ की गई. इसके बाद मंदिर में दर्शन के लिए कपाट खोल दिए गए.
प्रदेश के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने मंदिर के विकास के लिए एक करोड़ रूपए की घोषणा कर रखी है. इसके साथ ही अमरध्वजा के लिए शेराराम सांई चोचरा ने 72 लाख रूपए की बोली लगाई.
31 लाख रूपए की बोली मूर्ति स्थापना के लिए अहमदाबाद के मूलचंद जैन परिवार ने लगाई. रंगमंडप के कलश के लिए काश्मीर के पेमाराम धायल ने 22 लाख रूपए की बोली लगाई.
चरण पादूका के लिए यहीं के बन्नाराम सारण ने 15 लाख रूपए की बोली लगाई है. सबसे बड़े लाभार्थी दानदाता नवल किशोर गोदारा हैं जिन्होंने शिखर कलश के लिए 1 करोड़ 21 लाख रूपए की बोली लगाई है.