सुकमा।
लोक सुराज अभियान के दूसरे चरण के दौरान मुख्यमंत्री आज नक्सलियों की मांद में घुस गए। उक्त अभियान के दौरान सीएम आकस्मिक रुप से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र तक पहुंच रहे हैं। मंगलवार को सीएम सिंह सुकमा जिले के केरलापाल में आयोजित समाधान शिविर में पहुंचे थे।
यहां पहुंचे सीएम सिंह ने कहा कि विकास का लक्ष्य शांति से संभव हैं। इसके लिए जनता का सहयोग आवश्यक हैं, अब सुकमा बदल रहा हैं। उन्होंने कहा कि केरलापाल पूर्व सुकमा जिलाधीश एलेक्सपाल मेनन के अपहरण क्षेत्र के समीप हैं। इसलिए इस शिविर में शामिल होकर जिले में विकास कार्य होते देखना अच्छा लगा। जिला बनने के बाद सुकमा के विकास कार्य में तेजी आई हैं।
उन्होंने आगे कहा कि केरलापाल के आसपास के 8 ग्राम पंचायत इस समाधान शिविर में उपस्थित है, सभी के आवेदनों का निराकरण प्रशासन द्वारा किया गया है। जिले में सौर सुजला योजना के लक्ष्य को बढ़ावा दिया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना का लक्ष्य 1 हजार से 3 हजार किया गया, दोरनापाल-कालीमेला पुल के निर्माण से लोगों की खुशी देखते ही बनती हैं। इसके अलावा छ.ग. का सबसे ऊंचा पुल का निर्माण कोण्टा-मोटू(उड़ीसा) के मध्य किया जा रहा हैं। जिले में आधारभूत संरचनाओं का विकास हो रहा हैं। शिक्षा के क्षेत्र में एजुकेशन सिटी व हब का विकास से जिले के विद्यार्थियों को लाभ हो रहा हैं, अब नक्सली भी बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने से रोक नहीं सकते।
शिविर में मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने विभागीय स्टाल का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव विवेक ढांड, प्रमुख सचिव गृह बीव्हीआर सुब्रमण्यम, सचिव सुबोध सिंह, बस्तर संभाग आयुक्त दिलीप वासनीकर, कलेक्टर नीरज कुमार बनसोड, जनप्रतिनिधि मनोज देव, धनीराम बारसे, गणमान्य नागरिकगण सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
क्या क्या सौगात दे गए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने केरलापाल लोक सुराज समाधान शिविर में केरलापाल हाई स्कूल मैदान को मिनी स्टेडियम बनाने, पेयजल व्यवस्था हेतु पानी टंकी की स्वीकृति, वार्ड क्रमांक 5 व 6 के लिए सौर नलजल, कन्या छात्रावास, रामाराम में प्री मैट्रिक छात्रावास की घोषणा, केरलापाल के मुख्य मार्ग में सोलर स्ट्रीट लाईट, दिव्यांग दिनेश चैरसिया को ट्राईसायकल देने की घोषणा की।