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जयपुर.
मंगोलिया से आए प्रवासी पक्षी डोमेसियन क्रेन व ईगल आऊल सहित नार्दन शोवलर, केंटिंस फ्लोवर जैसे परिंदों के शवों का समंदर बन गई है सांभर झील… इसी झील के किनारे तकरीबन दस हजार से अधिक पक्षियों ने दम तोड़ा है.
उल्लेखनीय है कि राजस्थान सहित देश में सांभर झील प्रसिद्ध पर्यटक स्थल माना जाता है. देश विदेश के सैलानी इस झील में तफरी करने आते हैं. झील का किनारा प्रवासी पक्षियों को भी बेहद सुहाता है.
हर साल प्रवासी पक्षी अमूमन शीत ऋतु के समय सांभर झील पहुंचते हैं. इस बार लेकिन प्रवासी पक्षियों के लिए यहां आना खतरे से खाली नहीं रहा है. बीते चार पांच दिनों में झील प्रवासी पक्षियों की कब्रगाह बन गई.
कल शनिवार को ही झील के किनारे से 2700 मृतक पक्षी निकाले गए थे. इसके बावजूद आज दिनांक तक कुल जमा कितने पक्षियों की मौत हुई है इसका कोई अधिकृत आंकड़ा सामने नहीं आया है. फिर भी अंदाज लगाया जा रहा है कि तकरीबन दस हजार से अधिक पक्षी काल कवलित हो चुके हैं.