न केवल अस्पताल पहुंचाता है बल्कि मदद को भी तैयार रहता

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नेशन अलर्ट.
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मलकानगिरी.

एम्बुलेंस के चालक से आप क्या उम्मीद कर सकते हैं? यदि उसने सही समय पर आपको अस्पताल पहुंचा दिया तो आप अथवा आपका परिजन उसे धन्यवाद ज्ञापित करेगा लेकिन यदि वही चालक बाद में भी मदद के लिए तैयार रहे तो आप उसे क्या कहेंगे?

ऐसे ही एक फरिश्ते की बात यहां की जा रही है. रोगी सेवा में समर्पित एंबुलेंस चालक कृष्णा राव कहते हैं कि आज कोई किसी की मदद करने को तैयार नहीं है , क्योंकि सब जिंदगी की भाग दौड़ में लगे हुए हैं.

वे बताते हैं कि उन्होंने आज तक जिस किसी को भी अस्पताल पहुंचाया है तो उसे अपने परिवार का सदस्य माना है. कई मर्तबा उन्होंने घायल व्यक्ति के लिए अपना खून भी उपलब्ध करवाया है.

मलकानगिरी के माथिली के रहने वाले एम कृष्णा राव 108 एंबुलेंस के चालक हैं. धीरे धीरे उनका नाम फरिश्ते के रूप में फैल गया है. दरअसल वह रोगी की हर कदम पर मदद के लिए तैयार रहते हैं.

अभी गत दिनों ही छत्तीसगढ़ के दो बालक दुर्घटना में घायल हो गए थे. कृष्णा ने उन्हें न केवल मलकानगिरी के अस्पताल तक पहुंचाया बल्कि दोनों के पास से मिले पचास हजार रूपए ईमानदारी के साथ उन्हें वापस किए.

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