नेशन अलर्ट.
97706-56789
रांची.
जवाहर नवोदय विद्यालय के पूर्व छात्र अशोक भगत को अपने दो साथियों के साथ झारखंड की लोहरदगा पुलिस ने 118 जिंदा कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि पोस्टर, बैनर भी बरामद किए गए हैं.
लोहरदगा के पुलिस अधीक्षक प्रियदर्शी आलोक ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि यह कार्यवाही गुमला-लोहरदगा पुलिस के साथ झारखंड जगुआर के साथ सीआरपीएफ की टीम ने की है.
अशोक के पास से मिले 53 कारतूस
एसपी आलोक के अनुसार अशोक भगत के पास से एसएलआर व 30.06 रायफल के 53 कारतूस बरामद किए गए हैं. उनके अनुसार एम्यूनिशन पाउच व बैनर, पोस्टर बरामद हुए हैं.
एक अन्य आरोपी प्रताप भगत के पास से एके 47 सहित 30.06 रायफल के 30 कारतूस बरामद हुए हैं. इसी तरह एसएलआर सहित अन्य रायफल मेें इस्तेमाल होने वाली 35 गोलियां शकील अंसारी के पास से बरामद हुई है.
पुलिस अधीक्षक बताते हैं कि अशोक भगत की मां कलावती उरांव पीडीएस का संचालन करती है. पीडीएस सात सदस्यीय महिला मंडल से सहयोग से चलाया जाता है. नक्सलियों को राशन पानी पहुंचाने का काम अशोक लंबे समय से करते आ रहा था.
पीएससी की तैयारी करता था भगत
एसपी के बताए मुताबिक सेंट जेवियर स्कूल का छात्र प्रताप भगत रह चुका है. वह झारखंड पीएससी की तैयारी कर रहा था. शकील अंसारी बाहर से हथियार लाकर दोनों के सहयोग से नक्सलियों तक पहुंचाता था.
आर्म्स एक्ट के एक मामले में शकील अंसारी पूर्व में भी गिरफ्तार किया जा चुका है. सेरेंगदाग क्षेत्र के गुनी में अशोक भगत का निवास है. लोहरदगा के जुरिया बड़काटोली को शकील अंसारी का निवास बताया गया है. प्रताप चपाल निवासी है.
सीआरपीएफ 158 बटालियन के कमांडेंट प्रभात कुमार सेंधवार, उपकमांडेंट आरबी फिलिप, राजेश चौहान सहित अन्य की मौजूदगी में एसपी आलोक ने बताया कि इस बारे में गुप्त सूचना मिली थी.
प्रतिबंधित भाकपा माओवादी उग्रवादी संगठन का जोनल कमांडर रविंद्र गंझू अपने हथियारबंद साथियों के साथ सेरेंगदाग के जंगल में आकर ठहरा हुआ है. सूचना पर गुमला पुलिस के सहयोग से तत्काल एक टीम रविवार की सुबह जंगल में भेजी गई थी.
इसी टीम को नक्सली कमांडर रविंद्र गंझू के पास हथियार पहुंचाते हुए उक्त आरोपी मिले हैं. रविंद्र गंझू पुलिस आने की खबर पर जंगल से फरार हो गया है. उसकी तलाश की जा रही है.