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रायपुर.
फिरोज सिद्दीकी जिस अंतागढ़ टेपकांड को पॉलिटिकल क्राइम के नाम से पुकारते रहे हैं उस मामले की जांच क्या सीमित दायरे में की जा रही है? क्या अंतागढ़ टेपकांड में शराब ठेकेदार व बिल्डर की कोई भूमिका है? पप्पू भाटिया और आनंद सिंघानिया से क्यूंकर एसआईटी की टीम ने पूछताछ नहीं की?
दरअसल ये चंद सवाल फिरोज सिद्दीकी उठाते हैं. वे कहते हैं कि उनके सहित अमिन मेमन बतौर गवाह उजागर हो गए हैं. अब मेमन सहित उनका भविष्य खतरे में है.
किश्तों में आया था पैसा
अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी को प्रलोभित करने किश्तों में पैसे आने की बात फिरोज सिद्दीकी बताते हैं. वे कहते हैं कि पप्पू भाटिया जो कि शराब कारोबारी हैं के साथ बिल्डर आनंद सिंघानिया के माध्यम से पैसा आया था.
वे इस पर भी सवाल उठाते हैं कि आज दिनांक तक न तो पप्पू भाटिया से कोई पूछताछ हुई और न ही आनंद सिंघानिया से. अंतागढ़ टेपकांड के मामले में वह जानबूझ कर मदद करने का आरोप पुलिस पर लगाते हैं.
इधर कानून के जानकार बताते हैं कि मामले में चूंकि एफआईआर हो चुकी है इसकारण यह एसआईटी के लिए गले की फांस हो गई है. अब या तो गिरफ्तार करना पड़ेगा अथवा खात्मा काटना पड़ेगा.
फिरोज का सवाल यह भी है कि पेनड्राइव में किसी तरह की कांटछांट नहीं की गई है इसका प्रमाण पत्र फॉरेंसिक लैब से पुलिस ने अब तक क्यों नहीं लिया?
वे आगे कहते हैं कि पेनड्राइव ऑरिजनल है अथवा डुप्लीकेट इस बात का प्रमाणपत्र लेकर पुलिस एक तरह से मामले में आरोपी बताए जा रहे लोगों की मदद कर रही है.
इधर इस मामले में आज डॉ. पुनीत गुप्ता ने भी अपना वाइस सैंपल देने से साफ इनकार कर दिया. पूर्व मुख्यमंत्री के दामाद डॉ. गुप्ता आज एसआईटी के दफ्तर पहुंचे थे.
इससे पहले मंतूराम पवार, पूर्व मुख्यमंयत्री अजित जोगी, पूर्व विधायक अमित जोगी ने भी वाइस सैंपल देने से इनकार कर दिया था.
डॉ. गुप्ता के अधिवक्ता दिवाकर सिन्हा कहते हैं कि एसआईटी गठन के मामले में हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई है. ऐसे में वाइस सैंपल देने का सवाल ही नहीं होता है.
अब इस मामले में एसआईटी की ओर से न्यायालय जाने की बात कही जा रही है. अंतागढ़ टेपकांड की एसआईटी से जुड़े अभिषेक माहेश्वरी कहते हैं कि जांच में आरोपी मदद नहीं कर रहे हैं. ऐसे में अब कोर्ट का सहारा लिया जाएगा.