नेशन अलर्ट.
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रायपुर/राजनांदगांव.
तेंदूपत्ता संग्रहण को लेकर पूर्व में भाजपा सरकार पर बरसती रही कांग्रेस ने राज्य में भले ही सरकार बना ली है लेकिन वह इस धंधे में शामिल व्यापारियों को संरक्षित करने का कोई भी प्रयास नहीं कर पाई है. तभी तो दुर्ग रेंज के आईजी के नाम पर राजनांदगांव जिले में ठेका लेने वाले तेंदूपत्ता ठेकेदारों से कथित तौर पर पुलिस ने वसूली कर ली है.
प्रदेश में राजनांदगांव को तेंदूपत्ता के नाम पर अच्छे जिलों में माना जाता है. बस्तर के अलावा राजनांदगांव का तेंदूपत्ता प्रदेश के बाहर बड़ी तादाद में जाता है. विभिन्न प्रदेशों के तेंदूपत्ता ठेकेदार राजनांदगांव जिले में तेंदूपत्ता का काम करने आते हैं.
75 लाट जिले में
अधिकारिक जानकारी बताती है कि राजनांदगांव जिले में तेंदूपत्ता के 75 लाट हैं. इनमें से 51 लाट राजनांदगांव वन मंडल क्षेत्र में आते हैं जबकि 24 लाट खैरागढ़ वन मंडल क्षेत्र में आते हैं.
दो चार लाट को छोड़कर अधिकांश लाट इस बार राजनांदगांव जिले में ठेके पर दे दिए गए हैं. इन्ही के ठेकेदारों से आईजी दुर्ग के नाम पर कथित तौर पर वसूली किए जाने की खबर सुनाई दे रही है.
गुजराती ठेकेदार का नाम
तेंदूपत्ता व्यवसाय से जुड़े लोग बताते हैं कि राजनांदगांव में इस धंधे से जुड़े एक गुजराती व्यवसायी ने सभी ठेकेदारों से रूपए एकत्र किए.
उसे ऐसा करने पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि नहीं कहा यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है लेकिन बाहरी व स्थानीय ठेकेदारों ने उसके द्वारा पृथक पृथक राशि तय कर वसूली की गई.
बताया जाता है कि स्थानीय ठेकेदारों से इस व्यवसायी ने पर यूनिट 67 हजार रूपए वसूले. बाहर से आए ठेकेदारों से इसी व्यवसायी ने पर यूनिट 77 हजार रूपए की वसूली की.
इस विषय पर नेशन अलर्ट ने दुर्ग आईजी से उनके सरकारी मोबाइल पर संपर्क साधने का प्रयास किया था लेकिन वह कवरेज एरिया के बाहर बताते रहा इसकारण बात नहीं हो पाई है.