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रायपुर.
सूबेदार रेखा मोलजी नायर से ईओडब्ल्यू पूछताछ नहीं कर सकी है. उधर रेखा नायर ने ईओडब्ल्यू पर क्राइम ब्रांच की तरह काम करने का आरोप लगाते हुए मामले को और गरमा दिया है.
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर उच्च न्यायालय में गत दिनों ही रेखा नायर को स्पेशल डीजी मुकेेश गुप्ता के साथ राहत प्रदान की थी.
तब दोनों के खिलाफ कोई भी कार्यवाही दबाव में नहीं करने का आदेश हुआ था. गिरफ्तारी से बचने दोनों की ओर से हाईकोर्ट में जो याचिका दायर की गई थी उस पर यह फैसला आया था.
तमाम तरह के प्रयास के बावजूद जब स्पेशल डीजी मुकेश गुप्ता और सूबेदार रेखा नायर पर ईओडब्ल्यू शिकंजा कस नहीं पाई तो कई तरह की बात उठने लगी थी.
इसी दौरान दोनों के मामले में जानबूझ कर लापरवाही बरते जाने की चर्चा हो रही थी. जैसे ही हाईकोर्ट से दोनों को राहत मिली वैसे ही इस चर्चा को बल भी मिला.
हालांकि हाईकोर्ट ने राहत देने के साथ दोनों को जांच में सहयोग करने का भी निर्देश पारित किया था. तब से उम्मीद की जा रही थी कि दोनों अब सामने आ सकते हैं.
परिवार के सदस्यों से मारपीट का आरोप
जिस दिन हाईकोर्ट ने राहत दी उसी दिन ईओडब्ल्यू ने आईपीएस मुकेश गुप्ता व रेखा नायर को एक नोटिस जारी की थी. इस नोटिस में रेखा को सोमवार व गुप्ता को मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलवाया गया था.
रेखा नोटिस के बताए मुताबिक सोमवार को उपस्थित तो हो गई लेकिन उनसे पूछताछ नहीं हो पाई. जब पूछताछ नहीं हुई तो बयान दर्ज करने की बात ही दूर है.
इधर रेखा ने ईओडब्ल्यू पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उसने घर को सील कर देने सहित घर के सदस्यों से मारपीट करने की बात कही है.
रेखा नायर ने कुछ एक पत्रकारों से कहा है कि उससे किसी तरह की पूछताछ नहीं की गई है. वह अपने सील कर दिए गए घर को खुलवाने ईओडब्ल्यू पहुंची थी.
रेखा नायर ने स्वयं के खिलाफ साजिश के तहत कार्यवाही किए जाने की बात कही है. उसके परिवार के लोगों से मारपीट की जा रही है. यह सारा काम किसी व्यक्तिविशेष के इशारे पर हो रहा है.
इधर रेखा नायर को साथ लेकर ईओडब्ल्यू की टीम कचना रोड स्थित मारूति सॉलिटियर पहुंची. वहां रेखा और उसके वकील की मौजूदगी में सीलबंद घर को खोला गया.
इधर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रेखा नायर को लेकर एक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला आरोप लगा रही है तो उसको संज्ञान में लेना चाहिए. निश्चित रूप से यह गंभीर बात है.