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बाड़मेर.
पाकिस्तान से दुल्हन लाने में दूल्हे के पसीन छूट रहे हैं. दरअसल दोनों की शादी 18 अप्रैल को हो चुकी है लेकिन अब तक दुल्हन को वीजा नहीं मिल पाया है. इसके चलते दूल्हा भी अभी पाकिस्तान में ही रूक गया है.
बताया जाता है कि खेजड़ का पार गांव के महेंद्र सिंह की शादी अमरकोट (पाकिस्तान) निवासी राणा सिंह सोढ़ा की सुपुत्री से तय हुई थी.
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक शादी 8 मार्च को होनी थी. 14 फरवरी को पुलवामा पर आतंकवादी हमला हो गया.
इसके बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की. भारत-पाक के बीच तनाव बढऩे से शादी पर भी असर पड़ा.
महेंद्र के परिजनों ने बाड़मेर से बारात लेकर पाकिस्तान जाना उचित नहीं समझा. तनाव कम होते तक शादी आगे बढ़ा दी गई.
पाकिस्तान से लौट आए बाराती
अब इधर दोनों देशों के बीच तनाव थोड़ा कम हुआ है. इसके चलते थार एक्सप्रेस से चुनिंदा सदस्यों के साथ महेंद्र की बारात रवाना हुई थी.
शादी कराने के बाद पाकिस्तान गए बाराती शनिवार को ही थार एक्सप्रेस से हिंदूस्तान लौट आए. महेंद्र अभी पाकिस्तान में ही रूके हुए हैं.
दरअसल उनकी नयी नवेली दुल्हन को वीजा नहीं मिल पाया है. वीजा मिलते ही वह अपनी पत्नी को लेकर अपने गांव खेजड़ का पार (बाड़मेर) पहुचेंगे.