नई दिल्ली।
देशभर में 300 कंपनियों पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा है. प्रवर्तन निदेशालय के छापे की जद में 16 राज्यों में स्थित 300 फर्जी कंपनियां आ गई हैं. दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने देशभर में शेल कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी की है. शेल कंपनियां उन कंपनियों को कहा जाता है जिनका न तो खुद की कोई संपत्ति होती है और न ही व्यापार. मुख्यत: इनका उपयोग बड़ी-बड़ी कंपनियां कालेधन को छुपाने के लिये तथा टैक्स चोरी के लिये करती हैं. इन पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. इन कंपनियों पर आरोप है कि इना उपयोग नोटबंदी के बाद काले धन को खपाने के लिये किया गया था. आरोप है कि ये कंपनियां काले धन को विदेशों में भेज रही थीं.
दिल्ली, पटना, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, कोलकाता, चेन्नै, कोच्चि सहित 16 राज्यों के 100 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. एक साथ इतनी जगहों पर छापेमारी से अफरा-तफरी मच गई है. बताया जा रहा है कि छापेमारी में कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुये हैं, जिसमें कई सौ करोड़ रुपये के लेनदेन का ब्योरा मिला है.
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि छापेमारी से नेताओं के बीच भी हड़कंप है. प्रवर्तन निदेशालय के डायरेक्टर कर्नल सिंह के हवाले से मीडिया में खबरें आ रही हैं कि एंट्री ऑपरेटर और शेल कंपनी काले धन को सफेद करने में रीढ़ की हड्डी होते हैं. ब्लैक मनी के इस खेल में जो भी शामिल पाया जायेगा, बख्शा नहीं जायेगा.