छत्तीसगढ़ के नागरिक आपूर्ति निगम (नान) के दफ्तर में फिर ईओडब्ल्यू की टीम ने दबिश दी है. बताया जाता है कि वर्ष 2011 से लेकर वर्ष 2013 तक की फाइलों को इस दौरान जब्त किया गया है. वर्ष 2014 की फाइलें पहले से ही ईओडब्ल्यू के कब्जे में है. ईओडब्ल्यू की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने आज जिन फाइलों को जब्त किया है उसकी जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. उल्लेखनीय है कि नान में 36 हजार करोड़ रूपए के घोटाले का आरोप कांग्रेस तब से लगाते रही है जब वह विपक्ष में थी. चूंकि अब कांग्रेस की सरकार है तो भाजपा की परेशानी बढ़ गई है. हालांकि भारतीय जनता पार्टी ने कभी यह स्वीकार नहीं किया कि नान में कोई घोटाला हुआ है लेकिन कांग्रेसियों ने इस मुद्दे को 2018 तक जिंदा रख विधानसभा चुनाव में आशा से विपरीत जीत हासिल की है.