कांग्रेस द्वारा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मंगलवार को जारी किए गए घोषणा पत्र ने भाजपा सहित अन्य दलों को सोचने समझने मजबूर कर दिया है. कांग्रेस का घोषणा पत्र संभवत: पहली बार राष्ट्रीय स्तर का विषय बन गया है. इसी कड़ी में नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में भाजपाई घोषणा पत्र को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. भाजपा सरकार के समय मंत्री रहे केदार कश्यप ने बकायदा प्रेस वार्ता लेकर देश की एकता और अखंडता को चोट पहुंचाने का आरोप कांग्रेस पर मढ़ा है. सैनिकों का मनोबल तोडऩे का आरोप उन्होंने कांग्रेस पर लगाया है. कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है. सत्ता के लालच में कांग्रेस देश को बेचने का काम कर रही है. गरीबों को 72 हजार रूपए देने के मामले में भी कांग्रेसी नेताओं के अलग-अलग बयान आ रहे हैं जो कि समझ से परे हैं.