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खैरागढ़.
वनमंडल में अवैध उत्खनन के साथ ही पेड़ों की अवैध कटाई होने के मामले पर जांच के आदेश हो गए हैं. स्थानीय विधायक देवव्रत सिंह ने मामले को उठाते हुए उस पर आपत्ति की थी. आज जांच के आदेश पीसीसीएफ ने दिए हैं.
उल्लेखनीय है कि विधानसभा के सत्र में देवव्रत ने उक्त मामला उठाया था. उस समय वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने जांच कराने की बात कही थी.
कौन कौन हैं सदस्य
मामले में अब जाकर पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी ने जांच के आदेश किए हैं. अपर प्रधानमुख्य संरक्षक भू-प्रबंध की अध्यक्षता में उन्होंने एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की है.
इस कमेटी में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (संरक्षण) व मुख्य वन संरक्षक दुर्ग वृत्त्त सदस्य बनाए गए हैं. कमेटी से कार्रवाई करने के लिए अनुशंसा मांगी गई है.
इसी मामले में राजनांदगांव के कार्यपालन अभियंता बलवंत सिंह पटेल को गत 15 मार्च को निलंबित कर दिया गया था. उन पर छोटी झाडिय़ों को कटवाने सहित अवैध मुरुम का उत्खनन कराने का आरोप था.
बताया जाता है कि यह सब उनके द्वारा सड़क निर्माण के नाम पर किया गया. बलवंत को रायपुर स्थित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी कार्यालय में संलग्र किया गया है.
वन विभाग के कर्मचारी इस पर ऐतराज जताते रहे थे कि प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत बनने वाली सड़कों के लिए मुरुम का अवैध उत्खनन कराया जा रहा है. इसी मसले को विधायक देवव्रत सिंह ने विधानसभा में उठाया था.