आशीष शर्मा/छत्तीसगढ़
चैत्र नवरात्रि को हिंदू नए वर्ष का आगमन माना जाता है। चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े रहे डॉ. केशवराव बलिरामराव हेड़गेवार का जन्मदिन है। हालांकि उनकी पैदाईश 1 अप्रैल की ही है और संभवत: इसी तारीख को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रवादी कही जाने वाली भारतीय जनता पार्टी की राज्य सरकार शराब का कारोबार शुरु कर रही है।
राज्य की भारतीय जनता पार्टी की सरकार कल यानि की एक अप्रैल से शराब का कारोबार करेगी। ऐसा नहीं है कि सरकार कोई कारोबार नहीं कर सकती लेकिन पहली मर्तबा किसी राज्य में सरकार शराब बेचेगी। हालांकि इसे रोकने बहुत से प्रयास किए गए लेकिन सरकार तो सरकार है। वह जब जो चाहे वह कर सकती है, तो.. शराब बेचना कौन सी बड़ी बात है। सिर्फ शराब ही तो बेचेंगे। सरकार कोई अपना तन तो नहीं बेच रही है ना..!
नए वर्ष और हेड़गेवार जयंती का मिला गिफ्ट
भाजपा की राष्ट्रवादी सरकार ने जनता को हिंदू नव वर्ष और अपने मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयं संघ के संस्थापक डॉ. केशवराव बलिरामराव हेड़गेवार की जयंती पर एक उपहार दिया है। उपहार भी कोई छोटा – मोटा नहीं बल्कि शराब व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। हेड़गेवार जयंती के दिन से सरकार छत्तीसगढ़ में शराब के विक्रय के काम धंधे से जुड़ेगी। न मालूम किस पंडित से विचरवाया है जो उन्होंने चैत्र नवरात्रि की पंचमी तिथि का मुहूर्त निकालकर दिया है। कहा जाता है कि हिंदू मतों के अनुसार चैत्र नवरात्रि पर्व बेहद फलदायी होता है। संभवत: इसी के कारण इस समय सरकार नया काम शुरु करने जा रही है।
एक अप्रैल 1889 को जन्मे हेड़गेवार सरकार के मार्गदर्शक हो सकते हैं। क्यूंकि वह उस संगठन के संस्थापक थे जो संगठन भाजपा को गाहे बेगाहे दिशा-निर्देश देता नजर आता है। शायद संगठन का ही दिशा निर्देश है कि सरकार शराब बेचने जा रही है। 128वीं जयंती पर सरकार का यह तरीका वास्तव में न केवल रोचक है बल्कि रोमांच पैदा करता है। जब शराब के नशे में छत्तीसगढ़ झूमेगा तब उसे हेड़गेवार याद रहें या न रहें लेकिन सरकार उसे याद जरुर रहेगी। रहे भी क्यूं न सरकार उसके लिए शराब बेचने का काम जो करने जा रही है।
धन्य है सरकार जो हमारे लिए इतना सोच रही है.. धन्य है सरकार जो हमें चैत्र नवरात्रि पर्व का फल दे रही है.. धन्य है सरकार जो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संस्थापक डॉ. हेड़गेवार की जयंती के शुभ अवसर पर नया धंधा चालू करने जा रही है। धन्य है सरकार.. धन्य है.. धन्य है..।।।