25 करोड़ की जमीन का मालिक निकला मजदूर

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भोपाल.

एक दो नहीं बल्कि पूरे पच्चीस करोड़ की जमीन का मालिक एक मजदूर है. यह खुलासा तब हुआ जब आयकर विभाग के बेनामी संपत्ति शाखा ने जांच की.

जांच में अशोक नगर निवासी मजदूर कल्ला सहरिया उर्फ कल्याण ने आयकर अधिकारियों को बताया कि वह तो बीपीएल कार्डधारी गरीब है. उसकी मासिक आय पन्द्रह सौ रूपए से ज्यादा नहीं है.

दरअसल मामले में बिल्डर शशिशंकर शर्मा व विकास शर्मा नामक व्यक्ति असल गुनाहगार हैं. दोनों ने मजदूर कल्ला के नाम से जमीन खरीदकर रखी हुई थी जिसे अब अटैच कर लिया गया है.

मुखबिर से मिली थी सूचना
बताया जाता है कि मुखबिर ने कल्ला उर्फ कल्याण नामक मजदूर के नाम से शशिशंकर और उनके पुत्र विकास शर्मा द्वारा जमीन खरीदे जाने की सूचना दी थी. इस पर जांच हुई तो मामला सहीं पाया गया.

आयकर विभाग की बेनामी संपत्ति शाखा के अधिकारियों ने जब शशिशंकर शर्मा और विकास शर्मा से पूछताछ की तो दोनों कोई ठोस जवाब नहीं दे पाए. अब जमीन को अटैच कर बारिकी से मामले की जांच विभाग करेगा.

बीपीएल कार्डधारी गरीब और करोड़ों में खरीदी
सूत्र बताते हैं कि जिस मजदूर के नाम से जमीन क्रय करके रखी गई है वह मजदूर कल्ला बीपीएल कार्डधारी है. वर्ष 2010 से पहले उसकी मासिक आय 300 रूपए थी.

वर्ष 2010 में जब गरीबी रेखा के लिए सर्वे कराया गया तो कल्ला ने अपनी मासिक आय 15 सौ रूपए महीने दर्ज कराई थी. एक रूपए किलो पर गेहूं, चावल सरकारी राशन दुकान से खरीदने वाला कल्ला 25 करोड़ की संपत्ति का मालिक क्यों और कैसे बना इस पर जांच अभी चल ही रही है.

विभागीय जानकार बताते हैं कि वर्ष 2008 से 2011 के बीच में हुजूर तहसील अंतर्गत कोलार से सटे केकडिय़ा, महाबडिय़ा व दोलकपुरा गांव में पचास प्रॉपर्टी अलग अलग से खरीदी गई थी.

कुल जमा 22 करोड़ रूपए की जमीन खरीदी गई थी. तब इसका मूल्य तकरीबन साढ़े 6 करोड़ रूपए होता था. वर्तमान में कोलार नगर विकसित हो रहा है.

इन गांवों में अब कॉलोनियां बनने लगी है. इस वजह से प्रॉपर्टी के भी दाम तकरीबन चार से छ: गुना बढ़ गए हैं. साढ़े छ: करोड़ की जमीन आज की तारीख में 22 करोड़ रूपए की होती है.

जानकार यह भी बताते हैं कि जमीन आदिवासियों से खरीदी गई है. इसी के चलते बिल्डर्स ने कल्ला उर्फ कल्याण को मोहरा बनाया है. चूंकि मध्यप्रदेश में नियम है कि आदिवासी वर्ग की जमीन दूसरे वर्ग के लोग नहीं खरीद सकते हैं इसलिए कल्ला का उपयोग बिल्डर्स ने किया है.

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