रायपुर।
राज्य का खाद्य आयोग हारे हुए व्यक्तियों के सहारे चलेगा। 30 मार्च को राज्य के खाद्य विभाग के विशेष सचिव मनोज कुमार सोनी द्वारा जारीकिए गए आदेश में 6 सदस्यीय आयोग का गठन हुआ है। इनमें से कोरबा के रहने वाले ज्योतिनंद दुबे व राजनांदगांव निवासी अशोक चौधरी चुनाव हार चुके हैं।
श्री सोनी द्वारा जारी किए गए आदेश में श्री दुबे को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। श्री दुबे मूलत: दीपका क्षेत्र के वार्ड 9 पंडित दीनदयाल उपाध्याय वार्ड के निवासी हैं। इसी तरह राजनांदगांव के वार्ड 19 लालबहादुर शास्त्री वार्ड ममता नगर निवासी अशोक चौधरी, दुर्ग के बम्लेश्वरी कॉलोनी बोरसी निवासी श्रीमती पार्वती ढीढ़ी, जांजगीर चांपा जिले के रेलवे फाटक कांजी हाऊस, सुरेंद्र कांप्लेक्स के पीछे सोंढी तहसील सक्ती निवासी श्रीमती विद्या जगत, ग्राम भदवाही, पोस्ट खमरिया थाना उदयपुर जिला सरगुजा निवासी अशोक कुमार सोनवानी व जनपद सराय भवन, पड़ाव चौक मुंगेली निवासी विक्रमदास मोहले इसके सदस्य बनाए गए हैं।
विधानसभा चुनाव हार चुके हैं दुबे, महापौर में हार झेलनी पड़ी थी चौधरी को
उल्लेखनीय है कि श्री दुबे विधानसभा चुनाव हार चुके हैं। उन्होंने वर्ष 2008 में भाजपा की टिकट पर कोरबा जिले की कटघोरा विधानसभा सीट से अपना भाग्य आजमाया था लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी। तब वो बोधराम कंवर के हाथों चुनाव में परास्त हुए थे। कुल 1 लाख 16 हजार 159 यानि कि 68 फीसद मतदान में से बोधराम कंवर ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ते हुए तब 38 हजार 929 मत प्राप्त किए थे। दूसरे नंबर पर रहे भाजपा प्रत्याशी ज्योतिनंद दुबे को महज 31 हजार 963 मतों से संतुष्ट होना पड़ा था। 6 फीसद यानि की 6 हजार 966 मतों से दुबे उक्त चुनाव हार गए थे।
इसी तरह राजनांदगांव के अशोक चौधरी महापौर का चुनाव हार चुके हैं। उन्हें कांग्रेस के नरेश डाकलिया ने बेहद कड़े मुकाबले में तकरीबन सौ मतों से परास्त कर महापौर की कुर्सी हथिया ली थी। अब दुबे के साथ चौधरी आयोग में काम करेंगे। मतलब साफ है कि इन्हें इन पदों पर लाकर सरकार ने इनकी उपयोगिता के साथ ही इन्हें संतुष्ट रखने का भी प्रयास किया है।