चौंकिए नहीं, यह नक्सली नहीं बल्कि पुलिस का है पोस्टर, माओवादी क्षेत्र में हो रहा प्रचार

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जगदलपुर।

चौंकिए नहीं, यह कोई नक्सली नहीं बल्कि पुलिस का पांपलेट-पोस्टर है जो कि इन दिनों बस्तर के माओवादी इलाके में नजर आता है। पुलिस ने भी अब नक्सलियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देना शुरु कर दिया है। नक्सलियों के पोस्टर के विरुद्ध पुलिसिया पोस्टर अब ग्रामीणों के बीच लोकप्रिय होने लगे हैं।

सुकमा पुलिस अधिक्षक अभिषेक मीणा एवं एएसपी नक्सल आपरेशन जितेंद्र शुक्ला के मार्गदर्शन में दोरनापाल पुलिस अनुविभाग द्वारा चलाए जा रहे तेंदूपत्ता बस्तर अभियान का ही यह हिस्सा है। जिला पुलिस बल एवं सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी नक्सलियों के प्रभाव वाले इलाके अरलमपल्ली में नक्सलियों के खिलाफ अभियान में निकली, वहीं पुलिस की नाट्य मंडली के कार्यक्रम के साथ सीआरपीएफ की 23वीं बटालियन द्वारा सिविक एक्शन कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों को बर्तन कपड़े एवं अन्य जरुरत के सामान वितरित किए गए।

पोस्टर में पुलिस ने नक्सलियों द्वारा सड़क, बिजली, शिक्षा एवं स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं से ग्रामीणों को वंचित रखने की बातें लिखी गई हैं साथ ही नक्सलियों को हथियार छोड़ समाज की मुख्यधारा से जुडऩे को भी पोस्टर के माध्यम से कहा गया है। कार्यक्रम के दौरान मौजूद ग्रामीणों को सीआपीएफ के एसी विनोद एवं एसडीओपी विवेक शुक्ला द्वारा नक्सलियों द्वारा ग्रामीणों का शोषण करने की बात कही गई एवं नक्सलियों का सहयोग न करने की अपील भी की गई।

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