रायपुर.
ब्रह्माकुमारी संस्थान की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी कमला दीदी ने कहा कि महाशिवरात्रि त्यौहार परमात्मा शिव के दिव्य अवतरण का यादगार है।
उन्होंने कहा कि जब इस धरा पर चारों ओर अज्ञान अन्धकार छाया होता है तथा मनुष्यात्माएं काम, क्रोध, लोभ, मोह एवं अहंकार रूपी विकारों के वशीभूत हो जाती हैं तब ऐसे अतिधर्मग्लानि के समय पर मनुष्यों को निर्विकारी और पवित्र बनाने के लिए परमात्मा शिव का दिव्य अवतरण इस धरा पर होता है।
कमला दीदी प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा विधानसभा रोड पर आयोजित शिव दर्शन आध्यात्मिक मेले के उद्घाटन अवसर पर अपने विचार रख रही थीं।
उन्होंने विश्व में अलग-अलग धर्मों में परमात्मा के बारे में प्रचलित मान्यताओं को स्पष्ट करते हुए बतलाया कि सर्व शक्तिवान परमात्मा एक है। उनका रूप ज्योर्तिंबिन्दु के समान है, जिसे सभी धर्मों में स्वीकार किया गया है।
शिवरात्रि से सम्बन्धित रस्म-रिवाजों को स्पष्ट करते हुए ब्रह्माकुमारी कमला दीदी ने बतलाया कि शिवलिंग पर पानी मिश्रित दूध और दही की धार टपकाने का अभिप्राय है कि हम अपनी बुद्घि का तार सतत् रूप से परमात्मा से जोड़कर रखें।
बेलपत्र चढ़ाने का तात्पर्य है कि परमात्मा के प्रति समर्पित भाव रखें तथा अक, धतूरा जैसे सुगन्धहीन और काँटेदार फूल भेंट करने का रहस्य है कि अपनी बुराइयों और विकारों को जो कि हमें दु:ख पहुँचाते हैं, परमात्मा को अर्पित कर निर्विकारी और पवित्र बनें।
इसी प्रकार सिर्फ एक रात जागने से अविनाशी प्राप्ति नहीं होगी बल्कि अब तो कलियुग रूपी महारात्रि चल रही है, उसमें आत्मा को ज्ञान द्वारा जागृत करना ही सच्चा जागरण है।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा विधानसभा रोड पर आयोजित शिव दर्शन आध्यात्मिक मेले के उद्घाटन के बाद लोग इसे देखने के लिए पहुँच रहे हैं।
मेले में बहुरंगी चित्रों और कलात्मक मूर्तियों के माध्यम से आत्मा, परमात्मा और राजयोग की शिक्षा दी जा रही है। यहाँ पर समझाने के लिए गाईड की भी व्यवस्था रखी गई है।